रांची (ब्यूरो): तीन दिनों की बारिश के बाद सोमवार को मौसम साफ हुआ। इससे लोग घरों से बाहर निकले। ट्रैफिक लोड बढऩे की वजह से सडक़ पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई इलाकों में बीते दिनों हुई बारिश से गिरे पेड़ का मलवा अबतक नहीं हटाए जाने की वजह से भी यातायात प्रभावित हुई। एटीआई के पास गिरे पेड़ को हटाने में तीन घंटे लगे। इसी स्थान पर एक और पेड जो गिरने की स्थिति में था उसे भी काटकर हटाया गया। इस वजह से दोपहर एक बजे तक इस रास्ते को बंद रखा गया। इससे लोगों को आने-जाने में असुविधा हुई।

ट्रैफिक व्यवस्था अस्त व्यस्त

जाम से सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गई। पिस्का मोड़ से लेकर रातू रोड, कचहरी से लेकर लालपुर से होते हुए कांटाटोली तक, इधर रातू रोड से हरमू रोड तक लंबा जाम लगा रहा। पूरे दिन रुक-रुक कर गाडिय़ां धीरे-धीरे खिसकती रहीं। इसमे स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स के साथ-साथ ऑफिस जानेवाले और जरूरी काम से निकले लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा।

धरना स्थल भी बन रहा मुसीबत

राजभवन के पास बना अस्थायी धरना स्थल भी जाम को बढ़ावा दे रहा है। अस्थायी धरना स्थल की वजह से जाकिर हुसैन पार्क से सटी सडक़ को दोनों ओर से ब्लॉक कर दिया गया है। सडक़ ब्लॉक कर अलग-अलग संस्था और संगठन के लोग इस स्थान पर धरने में बैठे रहते हैं। इस वजह से लोग आवागमन के लिए राजभवन से सटे सिंगल रोड का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस वजह से भी कचहरी और आस-पास इलाके में लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है।

खाली है ट्रैफिक एसपी का पद

राजधानी में ट्रैफिक एसपी का पद बीते एक साल से भी अधिक समय से रिक्त पड़ा है। इस वजह से ट्रैफिक से संबंधित कई काम बाधित तो हो ही रहे हैं, साथ ही सडक़ पर ट्रैफिक कंट्रोल करने में भी मुसीबत आ रही है। इस मामले पर सांसद संजय सेठ ने भी सरकार को पत्र लिखकर अविलंब ट्रैफिक एसपी की पदस्थापना करने का आग्रह किया है। राजधानी रांची में आबादी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। वाहनों की संख्या में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है। बढ़ती जनसंख्या के कारण यातायात व्यवस्था भी चरमराई हुई है। ट्रैफिक एसपी नहीं होने के कारण यातायात व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। एक तरफ सरकार रांची को स्मार्ट सिटी बनाने और यहां के ट्रैफिक व्यवस्था को अत्याधुनिक करने के सपने दिखा रही है। लेकिन जमीनी हकीकत सडक़ पर रोजमर्रा के काम से निकलने वाले लोग ही बता सकते हैं।