रांची(ब्यूरो)। 40 दिन पहले राजधानी को जाम फ्री बनने की योजना बनी। सिटी को छह जोन में बांट कर स्मूद ट्रैफिक सिस्टम करने की प्लानिंग की गई। लेकिन 40 दिन बाद भी इस प्लानिंग का कोई खास असर शहर की सड़क पर नजर नहीं आ रहा है। जबकि छह जोन के नोडल पदाधिकारी प्रवीण कुमार का कहना है फस्र्ट फेज का काम पूरा हो चुका है, अब दूसरे फेज पर काम हो रहा है। इधर, राजधानी की हालत बता रही है कि कितना काम हुआ है।

कराया गया था सर्वे

काम शुरू होने से पहले राजधानी का सर्वे कराया गया था, जिसमें कई स्थानों पर बने यूजलेस साइकिल स्टैैंड, ट्रैफिक बूथ, मिल्क बूथ, बिजली पोल आदि हटाने के निर्णय लिये गए। लेकिन कुछ साइकिल स्टैंड हटाकर प्रशासन सुस्त पड़ गया। वहीं शहर को जाम फ्री करने की दिशा में भी बैठकों का दौर जारी है। समीक्षा भी की जा रही है। आदेश-निर्देश भी जारी हो रहे हैं। लेकिन धरातल पर काम नजर नहीं आ रहा है।

शिफ्ट नहीं हुए बिजली पोल

डीसी की अध्यक्षता में राजधानी रांची को जाम फ्री बनाने की कार्रवाई हो रही है। लेकिन अब तकस्मूद ट्रैफिक की दिशा में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। स्थिति यह है कि सड़कों पर यातायात बाधित कर रहे बिजली पोल, साइकिल स्टैंड, होर्डिंग, मिल्क बूथ और ट्रांसफार्मर भी नहीं हटाए गए हैं। इस कारण विभिन्न सड़कों पर अक्सर जाम की स्थिति रह रही है। दरअसल, डीसी ने संबंधित विभागों से पत्र लिखते हुए 30 अप्रैल तक ट्रैफिक में बाधा बन रहे बिजली पोल, मिल्क बूथ, साइकिल स्टैंड आदि हटाने को कहा था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। दो दिन पहले भी डीसी ने इसी दिशा में बैठक करके पदाधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं। बेतरतीब ऑटो स्टैंड से लेकर ई-रिक्शा को व्यवस्थित करने के भी आदेश दिए गए हैं।

एन्क्रोचमेंट हटाने में भी सुस्ती

शहर को जाम फ्री बनाने के दूसरे फेज में अतिक्रमण हटाने की दिशा में काम होना है, लेकिन इसकी भी रफ्तार सुस्त है। कुछ एक इलाकों में थोड़ी बहुत कार्रवाई के बाद अभियान धीमा पड़ गया है। दूसरे चरण में सरकार और पब्लिक द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया जाना है। लेकिन स्थित जस की तस बनी हुई है। राजधानी में अब भी ट्रैफिक व्यवस्था बेहाल है।

नो पार्किंग भी समस्या

हालांकि, चौक-चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस जाम फ्री करने के प्रयास में जुटी रहती है। लेकिन वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण इसमें परेशानी आती है। शहर में जाम बढ़ाने में बिजली पोल, मिल्क बूथ, ट्रैफिक बूथ, होर्डिंग आदि भी एक बड़ा कारण है। वहीं नो पार्किंग की समस्या भी एक गंभीर समस्या है। पार्किंग नहीं होने के कारण लोग अपने वाहन सड़क पर ही खड़े कर देते हैं। इससे भी जाम की समस्या बढ़ती है। नो पार्किंग करने वालों के खिलाफ भी थोड़ी बहुत कार्रवाई हुई, उसके बाद यह भी बंद हो गया।

यहां से हटने हैं मिल्क बूथ

रेडियम चौक के समीप, बहू बाजार चौक के समीप, सिटी डीएसपी आवास के समीप, उदय मिष्ठान्न भंडार के समीप, डंगराटोली चौक से लालपुर जाने वाले मार्ग में, बरियातू थाना गेट के समीप, प्लाजा सिनेमा हॉल के समीप, हॉटलिप्स चौक के समीप, दुर्गा मंदिर चौक, हरमू चौक, अरगोड़ा चौक, हिनू चौक, मेकॉन चौक, सेंट जेवियर्स स्कूल मोड़। इसके अलावा कुछ स्थानों पर ट्रैफिक पोस्ट को भी शिफ्ट करने की योजना है। साइकिल स्टैंड भी हटाए जा रहे हैं। कुछ जगहों से हटा भी दिए गए हैं।

सिटी को जाम फ्री बनाने की दिशा में लगातार काम हो रहे है। कुछ काम हुए है, अभी कई काम होने बाकी है। इस दिशा में सभी विभाग के आपसी को-आर्डिनेशन से काम हो रहा है।

-प्रवीण कुमार प्रकाश, डीटीओ, नोडल पदाधिकारी