RANCHI: राजधानी की सफाई व्यवस्था दो दिनों में प्राइवेट एजेंसी के हाथों में सौंप दी जाएगी, जिसके तहत प्राइमरी कलेक्शन का काम जयपुर की सेंटर फार डेवलपमेंट कम्युनिकेशन (सीडीसी) करेगी। ऐसे में अब निगम की गाडि़यां जिंगल बजाते हुए तो आएंगी, वहीं कूड़ा गाड़ी के आने से दस मिनट पहले मोबाइल की घंटी भी बजेगी, जिससे कि लोगों को पता चल जाएगा कि उनके इलाके में कूड़ा गाड़ी आने वाली है। ऐसे में वे घर का कचरा लेकर बाहर निकल जाएंगे। वहीं लोगों का कचरा नहीं उठाने की शिकायत भी खत्म हो जाएगी। बताते चलें कि 29 दिसंबर को रांची नगर निगम के नए भवन के उद्घाटन के साथ ही एजेंसी भी काम शुरू कर देगी।

सॉफ्टवेयर तैयार कर रही एजेंसी

जयपुर की कंपनी सीडीसी एक सॉफ्टवेयर तैयार कर रही है, जिसमें सिटी के हर घर और दुकान की पूरी जानकारी रहेगी। इसके अलावा लोगों का मोबाइल नंबर भी अपडेट रहेगा। इससे हर इलाके में गाडि़यों के पहुंचने के दस मिनट पहले दिए गए मोबाइल नंबर पर मैसेज चला जाएगा। इस मैसेज से लोगों को पता चल जाएगा कि कूड़ा गाड़ी उनके इलाके में पहुंचने वाली है, जिससे कि लोग सीधे जाकर गाड़ी में कूड़ा डाल सकेंगे। वहीं एक एप बनाया जा रहा है जिससे कि 24 घंटे कभी भी वेस्ट कलेक्शन के लिए सूचना दे सकते हैं। फिलहाल जिंगल बजाती गाडि़यां लोगों के घरों से कचरा कलेक्ट करेगी।

खुद से डालना होगा कचरा

नई व्यवस्था के तहत कूड़ा गाड़ी आपके गली-मोहल्ले में जाएगी। जहां गाडि़यों में आपको खुद से जाकर कचरा डालना होगा। वर्तमान में कूड़ा उठाने वाली गाडि़यों में ड्यूटी में तैनात सफाई कर्मी लोगों के घरों से कचरा कलेक्ट कर लेते थे। यह व्यवस्था घरों और छोटे दुकानों के लिए होगी। वहीं बड़ी दुकान, मॉल और अपार्टमेंट से ये लोग कचरा उठाकर ले जाएंगे। इसके लिए सभी घरों, दुकानों और अपार्टमेंट में 2-2 डस्टबिन दिए जाएंगे, जिससे कि सोर्स पर ही सूखा और गीला कचरा अलग हो जाएगा। इससे डिस्पोजल के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी।

कलेक्शन के बाद सेग्रीगेट करेगी एजेंसी

प्राइमरी कलेक्शन का काम सीडीसी को दिया गया है। ये लोग घरों से वेस्ट कलेक्शन के बाद एमटीएस लेकर आएंगे। जहां पर वेस्ट को सेग्रीगेट किया जाएगा। सूखे कचरे में से डिस्पोजेबल वस्तुओं को अलग कर लिया जाएगा। बाकी गीले वेस्ट को ट्रांसफर के लिए डस्टबिन में छोड़ दिया जाएगा, जिसे नगर निगम की दूसरी एजेंसी उठाकर डंपिंग साइट तक ले जाएगी। इससे वेस्ट के डिस्पोजल में ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी।

हाईलाइट्स

-6.30 बजे से सफाई के लिए निकलेगी गाडि़यां

-अभी हूटर और जिंगल बजाते हुए पहुंचेगी मोहल्ले में

-रूट असाइन किया जाएगा गाड़ी और स्टाफ को

-हर घर को मिलेंगी हरी और नीली डस्टबिन

-सोर्स पर ही अलग करना होगा घर का कचरा

-सूखा और गीला कचरा अलग डस्टबिन में डालना होगा

-हजा‌र्ड्स वेस्ट के लिए अलग डस्टबिन मिलेगी हर घर में