स्लग: मौसम नहीं, रांची में सप्लाई नल का है यही हाल

-बोर्ड मीटिंग में वाटर सप्लाई मैसेजिंग शुरू करने की बनी थी योजना

-आधे घंटे पहले पानी सप्लाई का भेजा जाना था मैसेज

RANCHI (17 March): दिन भर आती है हवा, रात के दो बजे होती है बूंदा-बांदी। मौसम नहीं, रांची में सप्लाई नल का यही हाल है। दरअसल, राजधानी में वाटर सप्लाई व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है। नल की हालत खराब है और पानी सप्लाई का कोई सिस्टम ही नहीं है। कभी भी किसी भी इलाके में पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाती है। इस चक्कर में पानी खुलता तो है लेकिन लोग पानी स्टॉक नहीं कर पा रहे हैं। आलम यह है कि लोगों को पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। वहीं कुछ इलाकों में तो पानी खुलने का टाइम भी फिक्स नहीं है। ऐसे में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। बताते चलें कि एक साल पहले वाटर सप्लाई मैसेजिंग सर्विस शुरू करने की मंजूरी बोर्ड से मिली थी। लेकिन आजतक यह सेवा रांची में शुरू नहीं हो पाई है।

आधे घंटे पहले मिलना था मैसेज

वाटर सप्लाई मैसेजिंग सर्विस के तहत पानी सप्लाई की सूचना संबंधित इलाके में आधे घंटे पहले दी जानी थी। ताकि लोग सप्लाई पानी का स्टॉक अपने घरों में कर सके। पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत देने के लिए इस योजना को बोर्ड ने मंजूरी दी थी।

बड़ी आबादी सप्लाई के भरोसे

राजधानी में परिसीमन के बाद 53 वार्ड बचे हैं। इसमें कई इलाकों में सप्लाई पानी के सहारे ही लोग हैं। उसी पानी से लोग अपने सभी दैनिक काम निपटाते हैं। लेकिन पानी की सप्लाई को लेकर कोई टाइम निर्धारित नहीं है। कभी पानी दिन में आता है तो किसी इलाके में रात को दो बजे पानी की सप्लाई होती है। इस चक्कर में लोग घर में पानी का स्टॉक नहीं कर पा रहे हैं। वहीं मीटर की वजह से नल को खुला छोड़ना भी बड़ी समस्या है।

क्या कहती है पब्लिक

पानी को लेकर काफी परेशानी है। सप्लाई का कोई सिस्टम ही नहीं है। एक टाइम फिक्स होता तो हमलोग पानी स्टॉक भी कर लेते। लेकिन यहां तो कभी सुबह पानी खुलता है। किसी दिन नल खोलते ही पानी बंद हो जाता है। आखिर हमलोग बिना पानी के कैसे रहेंगे।

मोती

सप्लाई पानी के बिना कोई उपाय भी नहीं है। इस चक्कर में सप्लाई के पानी से सभी काम होते है। टंकी में पानी तो भरता है। टाइमिंग फिक्स नहीं होने के कारण पानी कई बार ओवर फ्लो हो जाता है। इससे पानी का बिल भी बढ़ता है।

सूरज सिंह

दिन में पानी आता है तो लोग ध्यान देकर भर लेते हैं। अब रात को आदमी सोएगा कि पानी के लिए जागता रहेगा। पानी सप्लाई के लिए सिस्टम तो होना ही चाहिए। आखिर नगर निगम पानी के लिए टैक्स लेता है, तो हमलोगों को सुविधा देनी चाहिए।

विक्की राम