स्लग: नई व पुरानी दोनों बिल्डिंग के आरओ खराब, मंदिर के पानी से बुझा रहे प्यास

-नगर निगम की टंकी बना इलाजरत मरीजों का सहारा

RANCHI (4 Feb) : सदर हास्पिटल में इलाज कराने वाले मरीज बूंद-बूंद पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। सुपरस्पेशियलिटी बिल्डिंग में आरओ से पानी नहीं आ रहा है। जबकि पुरानी बिल्डिंग में आरओ कई दिनों से खराब है। ऐसे में मरीजों के लिए पास का राम मंदिर सहारा बना हुआ है। जहां से मरीज पानी लाकर प्यास बुझा रहे है। इसके बावजूद हास्पिटल प्रबंधन पीने के पानी की व्यवस्था नहीं करा रहा है। बताते चलें कि हास्पिटल के ओपीडी में हर 600 मरीज आते है। वहीं इनडोर में 100 मरीज इलाजरत है।

बोतल में पानी का स्टॉक

हास्पिटल में पानी की समस्या कई दिनों से है। ऐसे में मरीजों ने भी इससे निपटने का तरीका ढूंढ निकाला है। जब भी ये लोग पानी लाने जाते है तो एक साथ कई बोतलों में पानी भरकर स्टॉक रख लेते है। ताकि किसी भी समय पानी की दिक्कत न झेलनी पड़े। वैसे तो मरीजों के परिजन राम मंदिर से पानी लाकर प्यास बुझा रहे है। लेकिन आपात स्थिति में निगम की पानी टंकी ही सहारा है।

क्या कहते हैं मरीज

पानी की मशीन तो खराब है। हमलोग तो पानी खरीदकर पी रहे है। बगल वाले लोग भी तो पानी बाहर से ही ला रहे है। ये मशीन ठीक होगी तो पानी लाने का झंझट खत्म हो जाएगा।

अब्दुल बारिक

टॉयलेट में पानी है लेकिन पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। दो दिन से पीने का पानी ही नहीं मिला है। राम मंदिर से बार-बार पानी लाकर काम चला रहे है। वहां भी ताला बंद होता है तो दिक्कत हो जाती है।

कृष्णा

पानी की समस्या तो हास्पिटल में है। अब हमलोग तो दिनभर रहते नहीं है। घरवाले लोग बाहर से ही पानी लाकर काम कर रहे है। इसके अलावा और कोई चारा भी तो नहीं है।

नसीम अंसारी

हमलोग तो 26 जनवरी से ही यहां पर है। और उसी दिन से बाहर से पानी लाकर काम चला रहे है। निगम की टंकी ही हमारे लिए सहारा बना हुआ है।

सुरेश प्रसाद

डिलीवरी के बाद से ही हमलोग साथ में है। लेकिन पानी की बहुत दिक्कत है। टॉयलेट का पानी तो आया लेकिन पीने के लिए अब भी परेशानी बनी हुई है।

फिरोज आलम

वर्जन

पानी की समस्या तो दूर हो गई है। अब पीने के पानी की समस्या को देखती हूं। अभी पदभार संभाले दो दिन ही हुए हैं, इसलिए इन चीजों की जानकारी नहीं है। धीरे-धीरे हास्पिटल की व्यवस्था सुधर जाएगी।

डॉ। विभा रानी, डीएस, सदर