रांची(ब्यूरो)। धुर्वा में बन रहा लाइट हाउस प्रोजेक्ट अब फाइनल स्टेज में है। बिल्डिंग बनकर लगभग तैयार हो चुकी है। लाइट हाउस प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। देश में इसकी शुरुआत रांची से ही की गई थी। ऐसे में इस प्रोजेक्ट पर खुद प्रधानमंत्री की नजर है। बिल्डिंग का काम होने के बाद अब पानी के कनेक्शन की तैयारी चल रही है। लाइट हाउस में पानी के कनेक्शन के लिए राइजिंग पाइपलाइन बिछाई जानी है। इसका कनेक्शन जगन्नाथपुर मंदिर के वाटर रिजर्वायर से होगा। पाइपलाइन बिछाने के लिए टेंडर निकाला गया है, जिसमें 92 लाख रुपए से अधिक खर्च किए जाएंगे। इससे लाइट हाउस में रहने वालों को पीने का शुद्ध पानी मिल पाएगा।

सोसायटी में बोरिंग भी

लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत धुर्वा के आनि में 1008 फ्लैट का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें कई यूनिट तैयार हैं और अगले महीने लाभुकों को गृह प्रवेश कराने की भी योजना तैयार है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो सैकड़ों लाभुक अपने घरों में अगले दो महीने में शिफ्ट हो जाएंगे। फिलहाल पानी की व्यवस्था के लिए लाइट हाउस में बोरिंग भी कराई गई है। पाइपलाइन बिछाने में थोड़ा वक्त लग सकता है, जिसे देखते हुए सोसायटी में बोरिंग भी है। पाइपलाइन का काम पूरा होने के बाद सप्लाई पानी का कनेक्शन भी दिया जाएगा, जिससे यहां रहने वाले लोगों को शुद्ध पानी मिल सकेगा।

6.79 लाख में अपना घर

लाइट हाउस के लिए पहले आवेदन मांगे गए थे। जिसमें शर्त थी कि 17 जून 2015 से पहले से रांची में रहने वाले लोग ही आवेदन कर सकेंगे। वहीं उनकी सालाना आमदनी 3 लाख रुपए होनी चाहिए। इसमें लाभुकों से आवेदन के बाद स्क्रूटनी की गई। अब 1008 लाभुकों को अपने सपनों का घर मिल जाएगा। बता दें कि इस आवास की लागत 13.29 लाख रुपए है। जिसमें केंद्र सरकार की ओर से 5.50 लाख, और राज्य सरकार एक लाख रुपए की मदद कर रही है। शेष राशि जो करीब 6.79 लाख रुपए है, यह राशि लाभुक को भुगतान करनी है।

हैंडओवर होने से पहले टैक्स वसूली

राजधानी रांची के धुर्वा स्थित आनि में बने लाइट हाउस प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक कराने वालों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। अभी रजिस्ट्री के एवज में 5000 रुपए और बिजली कनेक्शन के लिए 4200 रुपए देने बाद रांची नगर निगम होल्डिंग टैक्स भी वसूल रही है। मिली जानकारी के अनुसार लाभुकों से होल्डिंग टैक्स के नाम पर 2409 रुपए लिए जा रहे हैं। जिसमें 2 हजार रुपए फाइन है। लाभुकों का कहना है कि अभी फ्लैट उन्हें हैंडओवर तक नहीं हुआ है और नगर निगम के अधिकारी रोज नए-नए खर्चे थोप रहे हैं। पूछने पर कोई सही जानकारी नहीं देता। उनका कहना है कि 400 स्क्वायर फीट तक के निर्माण पर होल्डिंग टैक्स फ्री है। इसके बावजूद नगर निगम लाइट हाउस के 325 स्क्वायर फीट के फ्लैट के लिए होल्डिंग टैक्स ले रहा है। होल्डिंग टैक्स के रूप में 416.76 और लेट असेस्मेंट फाइन 2 हजार रुपए लिये जा रहे हैं।

हैंडओवर करने की डेटलाइन फेल

लाइट हाउस प्रोजेक्ट को अबतक शुरू हो जाना चाहिए था। लेकिन बार-बार काम अधूरा रहने की वजह से इसकी डेटलाइन फेल होती रही है। फ्लैट के लिए आवेदन लेते वक्त नौ महीने में ही फ्लैट देने की बात कही गई थी। लेकिन अबतक करीब तीन साल बीतने को हैं। अब भी दो महीने का वक्त और लगने की बात कही जा रही है। लाभुकों का कहना है कि बार-बार समय दिया जा रहा है, जिससे आस भी टूट रहा है। पता नहीं अगले दो महीने में भी फ्लैट मिलेगा या नहीं। एक लाभुक ने बताया कि फ्लैट अब तक देखने का भी मौका नहीं मिला है। बस कागजों में सभी के फ्लैट नंबर लिखें हैं, और फ्लैट दिखाने के नाम पर डमी फ्लैट दिखाए जाते हैं। वहीं उनका कहना है कि अब तक उन्हें फ्लैट की चाबी तक नहीं मिली है और हर दिन नया खर्चा सामने आ रहा है। उन्होंने बताया की बैंक वालों ने उनसे कहा था कि जब आप फ्लैट में शिफ्ट कर जाएंगे उसके बाद किस्त की राशि ली जाएगी। लेकिन फ्लैट के लिए हर महीने 6700 रुपये की किस्त ली जा रही है। बता दें कि इस प्रोजेक्ट में 1008 फ्लैट बनने हैं।