रांची (ब्यूरो)। आखिर कहां से आ रहा है तमंचा? यह सवाल है लाख टके का, जिसका जवाब आम लोगों के पास तो नहीं ही है दूसरी ओर पुलिस के पास भी नहीं है। और इसका नतीजा यह है कि सिटी में आए दिन फायरिंग और सुसाइड की घटनाएं सामने आ रही हैैं। पारिवारिक विवाद में इन दिनों तमंचा भारी पड़ता नजर आ रहा है। लगातार एक के बाद एक मामले में ऐसा देखा जा रहा है, जिसमें लोगों ने या तो खुद के घर में रखे हथियार से अपने ऊपर फायरिंग कर ली हो या फिर जिससे विवाद हुआ है, उनपर तमंचा तान दिया जाता है।

चार में दो इल्लीगल

सबसे बड़ी बात तो यह है कि लोगों के घर-घर तक तमंचा या दूसरा हथियार पहुंच कैसे रहा है। दो दिन पहले भी जिस महिला पत्रकार ने खुद पर फायरिंग की, उनके घर पर भी पहले से हथियार था। जानकारी के अनुसार संध्या के पति हर्षवद्र्धन उर्फ जयंत के पास चार हथियार हंै, जिसमे दो लाइसेंसी और दो अवैध हथियार बताए जा रहे हैैं। इसी तरह कुछ दिनों पहले एक और व्यक्ति ने खुद पर ही गोली चला ली थी।

रांची पहुंच रहे इल्लीगल आम्र्स

इल्लीगल आम्र्स और इसके सप्लायर्स रांची पुलिस के लिए सिर दर्द बने हुए हैं। इन्हीं अवैध हथियार से ज्यादातर घटनाएं हो रही हैं। कहीं गोलीबारी तो कहीं सुसाइड के मामले सामने आ रहे हंै। इन अवैध हथियारों की सप्लाई को पुलिस भी नहीं रोक पा रही है। राजधानी रांची में हाल के दिनों में कई अपराधियों को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है। इसके बावजूद न तो आपराधिक घटनाएं थम रही हंै और न ही अवैध हथियार की तस्करी बंद हो रही है। कुछ लोग सिर्फ स्टेटस मेंटेंन करने के लिए आम्र्स रखते हैं। खुद की जान का खतरा बताकर आम्र्स लाइसेंस प्राप्त कर लेते हैं। फिर इसकी आड़ में अवैध हथियार भी रखते हैं। यही स्टेटस लाइफ के लिए कभी-कभी काल बन जाती है। गुस्से में आकर या तो खुद पर गोली चला लेते हैैं या फिर सामने वाले पर फायरिंग कर देते हंै।

सिर्फ मुंगेर पर ही डिपेंड नहीं

रांची में पहले मुंगेर के बने हथियार पहुंचते थे, लेकिन सप्लायर अब सिर्फ मुंगेर पर ही निर्भर नहीं रह चुके हैैं। बल्कि मध्य प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र से भी अवैध पिस्टल और कट्टा धड़ल्ले से झारखंड लाए जा रहे हैं। पिछले छह महीने के भीतर एटीएस की टीम 150 से अधिक अवैध हथियार बरामद किए हंै, जबकि करीब दो दर्जन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस विभाग के वरीय पदाधिकारियों का कहना है कि अवैध हथियार की तस्करी मेें गैंगस्टर का नेक्सेस काम कर रहा है। अमन साव, अमन सिंह, सुजीत सिन्हा जैसे गैंगस्टर दूसरे राज्यों से हथियार मंगा कर छोटे-छोटे अपराधियों के बीच उपलब्ध करा देते हैं। लोगों अपने घरों में भी इस तरह कट्टा घर में रखने लगे हैं।

अपराधियों की मदद से खेल

तस्कर कम कीमत पर आसानी से अपराधियों को हथियार उपलब्ध करा देते हैं। इन्ही अपराधियों से कुछ लोग खुद की सेफ्टी के लिए गन खरीद लेते हंै। अपराधियों की मदद से आम लोगों तक भी आसानी से अवैध हथियार पहुंच रहा है। यही हथियार आपसी विवाद में जानलेवा साबित होता है। राजधानी रांची में आए दिन किसी न किसी इलाके से फायरिंग होती रहती है। जिसमे ज्यादातर मामलों में अवैध हथियारों का ही प्रयोग किया जाता है।

केस 1

01 दिसंबर

रातू थाना क्षेत्र की रहनेवाली महिला पत्रकार संध्या कुमारी ने घर पर रखे पिस्टल से खुद को गोली मार ली। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच हुए आपसी विवाद के बाद संध्या ने दिल दहला देने वाला फैसला ले लिया। सबसे बड़ी बात यह थी की संध्या गर्भवती है। हालांकि वह खतरे से बाहर है।

केस 2

26 नवंबर

मांडर थाना क्षेत्र के टांगरबसली में रहनेवाले अमीन अंसारी ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। मांडर पुलिस के अनुसार पारिवारिक विवाद के कारण ही अमीन ने यह कदम उठा लिया। घटनास्थल से देसी कट्टा भी बरामद हुआ है।