कानपुर। देश की राजधानी दिल्ली में स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार 5 जनवरी को नकाबपोश बदमाशों द्वारा हमला हुआ था। इसमें जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष समेत 18 से अधिक लोग घायल हुए थे। इसके बाद यह पूरे देश में यह मामला चर्चा में आ गया है और जेएनयू कैंपस छावनी में तब्दील हो गया। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि जेएनयू में यह बवाल रविवार को अचानक नहीं हुआ।


एक दिन पहने शनिवार को भी हुआ था जेएनयू में बवाल
जेएनयू कैंपस में एक दिन पहने शनिवार को भी बवाल हुआ था। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा गार्डों पर हमला करने और 4 जनवरी को सर्वर रूम में तोड़फोड़ करने के लिए जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष और 19 अन्य (आरोपी कॉलम में नाम नहीं, लेकिन विस्तार सूची में) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने जेएनयू प्रशासन द्वारा शिकायत पर 5 जनवरी को यह एफआईआर दर्ज की थी।

पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ कल दर्ज की एफआईआर

वहीं कल सोमवार को दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली पुलिस ने रविवार को जेएनयू में दंगा करने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए धारा 145, 147, 148, 149 और 151 और पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज एक्ट 3 के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है। वहीं कैंपस के अंदर हुए इस बड़े हमले के बाद से जेएनयू छावनी में बदल गया है। इस घटना को लेकर देश भर मेें आक्रोश है।

आइशी घोष सहित 18 से अधिक छात्र घायल हो गए थे
बता दें कि रविवार रात जेएनयू के हालात बिगड़ गए थे। नकाबपोश बदमाशों द्वारा हमले के दाैरान परिसर में मौजूद कई महिला-पुरुष सुरक्षाकर्मियों संग अभद्रता और मारपीट भी की गई। इसमें जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष सहित 18 से अधिक छात्र घायल हो गए। घायलों को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया था। जेएनयू छात्र संघ ने दावा किया था कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इसे अंजाम दिया है।

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