अरविंद केजरीवाल ने अपने गुजरात दौरे के दौरान नरेंद्र मोदी से 16 सवाल पूछे थे.

अपनी वाराणसी जनसभा में भी केजरीवाल ने उन्हीं मुद्दों को लेकर मोदी के विकास के दावों को झूठा बताया था.

अब तक इन सवालों पर चुप्पी साधे रही गुजरात सरकार ने एक बयान जारी कर केजरीवाल के सवालों को बेबुनियाद बताया है.

हालांकि सरकार ने उनके 16 में सिर्फ चार सवालों के ही जवाब दिए हैं. भ्रष्टाचार, गैस मूल्य, स्वास्थ्य सुविधा, राज्य में बेरोज़गारी, सरकारी स्कूलों की हालत और अन्य कई सवालों पर कुछ नहीं कहा गया है.

यह बयान भाजपा द्वारा जारी किया गया है. यह सरकार के किस प्रवक्ता या मंत्री द्वारा दिया गया है, इस बारे में कुछ भी साफ़ नहीं किया गया है.

केजरीवाल के सवाल

क्या नरेंद्र मोदी सरकार में आने के बाद रिलायंस से खरीदी जाने वाली गैस की क़ीमत आठ डॉलर से बढ़ाकर 16 डॉलर कर देंगे?

केजरीवाल की बातें बेबुनियाद: मोदी सरकार

नरेंद्र मोदी अपनी हवाई यात्राओं के लिए जिन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल करते हैं, वो किसके हैं और इसके लिए क्या किसी तरह का भुगतान किया जाता है?

गुजरात सरकार बिना किसी टेंडर के सौर ऊर्जा कंपनियों से महंगी बिजली क्यों ख़रीद रही है?

गुजरात में कृषि उत्पाद घटा है, ऐसे में राज्य सरकार 11 प्रतिशत की विकास दर का दावा कैसे कर रही है?

गुजरात में 10 साल में दो-तिहाई छोटे और मझोले उद्योग बंद हो गए हैं. क्या सरकार की नीति सिर्फ बड़े उद्योगों को बढ़ावा देने की है?

सरकारी विभागों में भारी भ्रष्टाचार क्यों है?

राज्य सरकार ने अपने प्राकृतिक संसाधनों को अंबानी को क्यों सौंप दिया है?

राज्य में बेरोज़गारी बहुत अधिक बढ़ी है. नौजवानों को ठेके पर नौकरी देकर उनका शोषण किया जा रहा है.

सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब है.

मोदी सरकार के जवाब

केजरीवाल नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते रहे हैं कि उनकी सरकार किसानों की ज़मीन छीनकर उद्योगपतियों को देती रही है. इस पर कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी गुजरात की भूमि अधिग्रहण नीति की प्रशंसा की है.

प्रवक्ता ने कहा है कि गुजरात में किसानों को बाज़ार मूल्य पर भुगतान किया जाता है और बिना किसानों की सहमति के भूमि अधिग्रहण नहीं होता.

बयान में यह भी कहा गया कि अन्य राज्यों की तरह गुजरात में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन नहीं हुए हैं.

गुजरात में किसानों की आत्महत्या की बात को भी झूठा करार देते हुए कहा गया है कि यहां पिछले 10 साल में सिर्फ़ एक किसान ने आत्महत्या की है और वह भी फसल ख़राब होने से.

एफ़डीआई मुद्दे पर कहा गया है कि भाजपा रिटेल में एफ़डीआई के ख़िलाफ़ है.

बयान में दावा किया गया है कि गुजरात में 5.19 लाख उद्योगों में से 95 फ़ीसदी कार्यरत हैं.

चुनौती

केजरीवाल की बातें बेबुनियाद: मोदी सरकार

इससे पहले मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती दी थी.

उन्होंने कहा था कि वो बनारस के बेनिया बाग़ आकर उनसे सीधी बहस करें और अगर वह ऐसा नहीं करते तो 'हम मानेंगे कि दाल में कुछ काला है.'

केजरीवाल ने इसी मैदान में एक जनसभा के दौरान मोदी के ख़िलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.

दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के बाद भगोड़ा कहे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि भाजपा तो राजा हरिश्चंद्र को भी भगोड़ा कहती.

इससे पहले केजरीवाल ने बंगलौर में एक रैली के दौरान कहा था कि उनकी पार्टी चाहती है कि वो नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ वाराणसी से चुनाव लड़ें.

उन्होंने कहा था कि वो वाराणसी में जनसभा करके जनता की राय लेंगे कि वह वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ें या नहीं.

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