स्थाई नौकरी की मांग कर रहे सफाईकर्मियों पर चली लाठियां

- विधानभवन जाने से रोके जाने पर पुलिस पर फेंकी गंदगी और मृत पशु

- जमकर तोड़फोड़ व पथराव के बाद पुलिस ने भांजी लाठियां, आधा दर्जन घायल

- अनिश्चितकालीन प्रदेशव्यापी हड़ताल की घोषणा

LUCKNOW: तीन सूत्रीय मांगों को लेकर विधानभवन घेरने जा रहे सफाईकर्मियों व पुलिसकर्मियों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ। आगे बढ़ने से रोके जाने पर भड़के सफाईकर्मियों ने पुलिस पर गंदगी व मृत पशु फेंकना शुरू कर दिया। बैकफुट पर आई पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। पर, प्रदर्शनकारी पुलिस पर पथराव करने लगे और वाहनों में तोड़फोड़ शुरू की। आखिरकार पुलिस ने सफाईकर्मियों पर जमकर लाठियां भांजी। पथराव व लाठीचार्ज में एक दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारी, पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिये सिविल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।

विधानभवन को कर दिया कूच

उत्तर प्रदेश सफाई मजदूर संयुक्त मोर्चा के बैनर तले तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर से आए हजारों सफाईकर्मी नगर निगम मुख्यालय पहुंचे थे। नगर निगम मुख्यालय के सामने धरना पर बैठ गए। जब कई घंटे तक धरना-प्रदर्शन के बावजूद कोई अधिकारी वहां नहीं पहुंचा तो प्रदर्शनकारी भड़क उठे और विधानभवन की ओर कूच कर दिया। पर, पहले से मुस्तैद पुलिसकर्मियों ने बैरिकेडिंग कर प्रदर्शनकारियो को आगे बढ़ने से रोक दिया। रोके जाने से प्रदर्शनकारी भड़क उठे और पुलिस पर गंदगी व मृत पशु फेंकना शुरू कर दिया। अचानक शुरू हुई इस कार्रवाई से पुलिसकर्मी भी बैकफुट पर आ गए और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। पर, सफाईकर्मी नहीं माने और उन्होंने बैरिकेडिंग धकेलकर आगे बढ़ने की कोशिश की। यह देख पुलिस ने सफाईकर्मियों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी।

पथराव और तोड़फोड़

लाठीचार्ज होते ही वहां भगदड़ मच गई और कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने रोड किनारे खड़ी गाडि़यों को भी अपना निशाना बनाया। हालात बेकाबू होता देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस लाठीचार्ज में दर्जनों प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को सिविल हॉस्पिटल व ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने नगर निगम मुख्यालय में भीतर घुसकर कर्मचारियों को पीटा। इस दौरान महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया। इस हिंसक झड़प में बरामदे व कमरों में रखी कुर्सियां व गमले तक टूट गए।

यह है मांगें

सफाई कर्मचारी प्रदेश में होने वाली 40 हजार सफाईकर्मियों की भर्ती में पदनाम को सफाईकर्मी की जगह मेहतर पद नाम से करने, पूर्व में कार्यरत कर्मियों को नई नियुक्तियों में समायोजित करने और प्रदेश के निकायों से निकाले गए चयनित व अचयनित संविदाकर्मियों को पुन: सेवा में लिये जाने का निर्णय लेने की मांग कर रहे थे।

अनश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा

संयुक्त मोर्चा के सदस्य शशि कुमार मिश्र ने बताया कि 15 जून व 6 जुलाई 2016 को हुई वार्ता में निर्णय के बावजूद अभी तक शासन द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इसके विरोध में जब प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे थे तो पुलिसकर्मियों ने मुख्यालय के भीतर घुसकर बर्बर लाठीचार्ज किया। उन्होंने बताया कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जब तक कार्रवाई नहीं होगी तब तक प्रदेश के सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत व जलकल समेत प्रदेश की सभी आवश्यक सेवाएं अनश्चितकालीन बंद करने का निर्णय लिया गया है।

नगर निगम कर्मचारी संघ ने की निंदा

नगर निगम कर्मचारी संघ ने परिसर में घुसकर की गई लाठी चार्ज की निंदा की है। संघ के अध्यक्ष आनंद वर्मा ने प्रदेश सरकार व नगर विकास मंत्री से लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिस कर्मियों पर काठोर कार्रवाई की मांग की है। संघ ने भी अनिश्चितकालीन हड़ताल को समर्थन किया है। इससे नगर निगम के आठों जोन में जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, म्यूटेशन व सफाई से जुड़ा कामकाज प्रभावित रहेगा।