दुनिया के महान भौतिकी और ब्रह्मांड विज्ञानी स्‍टीफन हॉकिंग अब हमारे बीच नहीं रहे। बुधवार की सुबह 76 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। इस खबर से दुनिया भर में शोक का माहौल है। स्‍टीफन हॉकिंग ने अपने जीवन में अंतरिक्ष से संबंधी कई अहम सिद्धांत दिए और साथ ही कई रहस्‍यों पर से पर्दा उठाया। बता दें कि यह महज संयोग ही है कि स्‍टीफन हॉकिंग का निधन ठीक उसी दिन हुआ जिस दिन महान वैज्ञानिक अल्‍बर्ट आइंसटीन का जन्म हुआ था। हम आपको स्‍टीफन हॉकिंग के जीवन से जुड़ी दस ऐसी महत्त्वपूर्ण बातें बता रहे हैं जिनके बारे में आपको जान लेनी चाहिए।


1. स्टीफन हॉकिंग का जन्मस्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी, 1942 को इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था। बताया जाता है कि पहले उनका परिवार लंदन में रहता था, लेकिन बाद में सेंट एल्बेंस में शिफ्ट हो गया।2. सेंट एल्बेंस स्कूल में पढ़ाईहॉकिंग ने सात साल की उम्र से सेंट एल्बेंस स्कूल में पढ़ाई शुरू कर दी थी।3. ऑक्सफोर्ड के यूनिवर्सिटी कॉलेजइसके बाद साल 1952 में उन्होंने ऑक्सफोर्ड के यूनिवर्सिटी कॉलेज में एडमिशन कराया। इस यूनिवर्सिटी की खास बात ये थी कि यहीं से उनके पिता ने भी पढ़ाई की थी।4. गणित की पढ़ाई करना चाहते थेबताया जाता है कि भौतिकी और ब्रह्मांड विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग गणित की पढ़ाई करना चाहते थे, लेकिन उनके पिता उन्हें मेडिसिन की पढ़ाई करवाना चाहते थे। इसके बाद ऑक्सफोर्ड के यूनिवर्सिटी कॉलेज में गणित न होने के चलते उन्होंने भौतिकी की पढ़ाई शुरू कर दी।


5. स्टीफन हॉकिंग की दो शादी

महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने अपने जीवन में दो शादियां की थी. साल 1965 में पहली शादी उन्होंने जेन विल्डे से की, जिनके साथ साल 1995 में उनका तलाक हो गया। इसके बाद उन्होंने साल 1995 में दूसरी शादी अपनी नर्स एलेन मेसन से की और साल 2007 में फिर दोनों का तलाक हो गया। स्टीफन के तीन बच्चे हैं।6. कॉस्मोलॉजी में रिसर्च बता दें कि हॉकिंग ने अक्टूबर 1962 में यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज में कॉस्मोलॉजी में रिसर्च शुरू की। खास बात ये थी कि उस समय ऐसा करने वाले वह पहले व्यक्ति थे।7. पीएचडी पूरी कीइसके बाद उन्होंने साल 1965 में अपनी पीएचडी पूरी की और उसी साल वह रिसर्च फेलो बने, इसके बाद साल 1969 में फेलो फॉर डिस्टिंक्शन इन साइंस बने।8. अंतरिक्ष सिद्धांत दिएस्टीफन ने दुनिया को अंतरिक्ष के रहस्य बताने के साथ कई सिद्धांत दिए। उन्होंने हॉकिंग रेडिएशन, पेनरोज-हॉकिंग theorems, बीकेंस्टीन-हॉकिंग फॉर्मूला इजाद किया। हॉकिंग एनर्जी, गिब्सन-हॉकिंग स्पेस और गिब्सन हॉकिंग इफेक्ट उनके अहम सिद्धांत थे।9. मोटर न्यूरॉन नामक बीमारीसाल 1963 में स्टीफन हॉकिंग को मोटर न्यूरॉन नामक बीमारी हुई। उस वक्त उनकी उम्र 21 साल थी। डॉक्टरों का कहना था कि वे दो सालों तक ही जीवित रह सकते थे, लेकिन उनके शरीर में यह बीमारी सामान्य से भी कम गति से फैल रही थी। इसलिए वह 76 साल तक जिए।10. रिसर्च विभाग के डायरेक्टर थेस्टीफन हॉकिंग अभी यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज के सेंटर फॉर थियोरेटिकल कॉस्मोलॉजी के रिसर्च विभाग में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे।

Posted By: Mukul Kumar