RANCHI: आम लोगों की क्या कहें, राजधानी रांची में तो मुख्यमंत्री समेत विभागीय सचिवों को भी लचर बिजली आपूर्ति व्यवस्था से दो-चार होना पड़ रहा है। जी हां, सोमवार को सीएम रघुवर दास नए वित्तीय वर्ष में विभिन्न योजनाओं को लेकर विभागीय सचिवों समेत तमाम बड़े अधिकारियों के साथ प्रोजेक्ट बिल्डिंग में हाई लेवल की मीटिंग कर रहे थे। इस दौरान क्क् बार बिजली कटी। इससे सीएम साहब जहां आग बबूला होते नजर आए, वहीं उनके अधिकारियों का भी पसीना छूट गया। इस मीटिंग में झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों के सचिव और बड़े अधिकारी भी मौजूद थे।

मीटिंग शुरू होते बत्ती गुल

प्रोजेक्ट भवन में सुबह क्क् बजे मीटिंग शुरू होते ही बिजली कट गई। गनीमत थी कि तुरंत बिजली आ भी गई। लेकिन अभी कुछ अधिकारी सीएम से अपनी बात रख ही रहे थे कि दोबारा फिर बिजली कट गई। अधिकारियों को लगा कि शायद कुछ गड़बड़ी है। तुरंत प्रोजेक्ट भवन की व्यवस्था संभालने वाले कर्मचारियों को कॉल किया गया। पता चला कि यहां से गड़बड़ी नहीं है। सप्लाई से ही प्रॉब्लम है। इसके बाद एक दो बार नहीं, बल्कि रिकॉर्ड क्क् बार मीटिंग के दौरान बिजली कटी।

कार्यपालक अभियंता तलब

बिजली की इस आंख मिचौली से नाराज होकर ऊर्जा विभाग के सचिव एसकेजी रहाटे ने विभागीय कार्यपालक अभियंता को तलब कर चेतावनी दे डाली। वहीं, भवन निर्माण विभाग के सचिव केके सोन ने भी बिजली विभाग के इंजीनियरों को कड़ी फटकार लगाई।

सीएम ने चेताया, बिजली कटौती हरगिज बर्दाश्त नहीं

मुख्यमंत्री ने भी इस मामले पर अधिकारियों से कहा कि गर्मी शुरू होते बिजली कटौती भी शुरू हो गई। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। विभाग इसको लेकर गंभीर क्यों नहीं है। इस पर ध्यान दिया जाए और जो लोग भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने सचिवों को चेतावनी दी कि राज्य में बिजली व्यवस्था में सुधार की जाए। बिजली कटौती किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर सप्लाई में कहीं कोई प्रॉब्लम है, तो जल्द से जल्द इसे ठीक किया जाए।

Posted By: Inextlive