- 50 फीसदी तक पूर्ण नहीं हुए विधायक निधि के विकास कार्य

- विधायकों ने की शिकायत, निर्माण संस्थाओं को बदलने की मांग

आई एक्सक्लूसिव

अखिल कुमार

Meerut। विकास का दावा कर जनता के बीच वोट मांगने जा रहे माननीय मुश्किल में हैं। मेरठ में विधायकों की निधि अभी 50 फीसदी तक खर्च नहीं हो सकी है। प्रस्ताव पेंडिंग हैं और प्रशासन विधायकों को बहाने बता रहा है। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और आचार संहिता लागू होते ही सभी विकास कार्य थम जाएंगे। ऐसे में आशंका है कि चुनाव तक विकास कार्य अधूरे ही रह जाएंगे।

सियासत में उलझी निधि

विधानसभा में सभी विधायकों को समान धनराशि विकास निधि के लिए दी जाती है तो वहीं सीएम अफसरों को बिना भेदभाव के विकास कार्यो को कराने का दावा करते हैं। मेरठ में सीएम के दावों पर प्रशासनिक नजरंदाजी साफ झलक रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो किठौर से विधायक कबीना मंत्री शाहिद मंजूर की निधि का 44 फीसदी खर्च किया जा सका है तो कैंट से विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल का फंड महज 4.5 प्रतिशत ही खर्च हो सका है।

डीएम से की शिकायत

भाजपा विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने निर्माण कार्यो ठप पड़े होने की शिकायत करते हुए डीएम जगत राज से निर्माणी संस्था बदलने की मांग की है। विधायक का कहना है कि लगातार टोकने के बाद भी निर्माणी संस्था ने विकास कार्यो को अधूरा छोड़ रखा है। विधायक ने राजकीय निर्माण निगम से काम लेकर पैक्सफेड को देने की मांग की है। विधायक रविंद्र भड़ाना ने भी शिकायत की कि उनके क्षेत्र में विकास कार्य 6 माह से ठप पड़े हैं, अब कुछ काम होना शुरू हुआ है।

माननीयों में मची खलबली

निधि से होने वाले विकास कार्यो के ठप पड़े होने से विधायकों में खलबली मची हुई है। सत्यप्रकाश अग्रवाल ने डीएम को फोन करके एजेंसी बदलने की मांग की तो वहीं अन्य विधायकों ने भी विकास कार्यो में तेजी लाने की बात कही है। शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए डीएम ने ग्राम्य विकास अभिकरण से विधायक निधि के प्रस्तावों के सापेक्ष कराए गए कार्यो की समीक्षा की है। सीडीओ विशाख पी। ने परियोजना अधिकारी डॉ। रविकिशोर त्रिवेदी को निधि से हो रहे कार्यो की समीक्षा कर आपेक्षित रद्दोबदल के निर्देश दिए हैं।

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विधायक निधि से हो रहे विकास कार्यो की सुस्त गति की जानकारी मिली है। विभागीय अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे आचार संहिता से पहले प्रस्तावों के तहत कार्य को पूर्ण करा दें।

-जगत राज, डीएम, मेरठ

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मौजूदा वर्ष में 12 प्रस्तावों पर मंजूरी के बाद निर्माण कार्य आरंभ किए गए थे। निर्माणी संस्था की हीलाहवाली से सभी कार्य आधे-अधूरे पड़े हैं। संस्था बदलने की मांग डीएम से की गई है।

-सत्यप्रकाश अग्रवाल, विधायक, कैंट विधानसभा

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छह माह से निधि के तहत होने वाले कार्य ठप पड़े थे, अब कुछ काम होना शुरू हुआ है। विधानसभा में सीएम के बड़े दावों को अफसर मुंह चिढ़ा रहे हैं, यहां मुंह देखकर विकास योजनाओं का पूर्ण किया जा रहा है। लगातार मांग के बाद हैंडपंप नहीं मिले।

-रविंद्र भड़ाना, विधायक, मेरठ दक्षिण विधानसभा

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विकास कार्य हो रहे हैं। कुछ की गति धीमी होने की शिकायत मिली थी, फिलहाल सभी निर्माण कार्य चल रहे हैं।

-लक्ष्मीकांत बाजपेयी, विधायक, मेरठ शहर विधानसभा

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विधायक निधि से विकास कार्य हो रहे हैं, एक-दो बार समय से काम न होने की शिकायत मिली थी। फिलहाल कार्य प्रगति पर है। आचार संहिता से पहले सभी कार्य करा दिए जाएंगे।

-गुलाम मोहम्मद, विधायक सिवालखास

Posted By: Inextlive