- बरेली कॉलेज में आयोजित हुआ मेगा जॉब फेयर, मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य रहे चीफ गेस्ट

- 33 कैंडिडेट्स को दिया अप्वाइंटमेंट लेटर, बाकी वेटिंग लिस्ट में

33-कैंडिडेट्स को मंत्री ने दिया नियुक्ति पत्र

4238- पदों के लिए हुआ था सिलेक्शन

31-कंपनियों ने मेगा जॉब फेयर में किया प्रतिभाग

5536-कैंडिडेट्स ने जॉब फेयर में किया प्रतिभाग

620-कैंडिडेट्स का किया गया चयन

564-कैंडिडेट्स को सेकंड लिस्ट के लिए किया गया शॉटलिस्ट

बरेली : रीजनल इम्पलॉयमेंट आफिस की ओर से बरेली कॉलेज में वेडनसडे को मेगा जॉब फेयर का आयोजन किया गया, जिसमें 31 कंपनियां आईं। मेगा जॉब फेयर में चीफ गेस्ट रहे प्रदेश के श्रम एवं रोजगार मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने 33 कैंडिडेट्स को नियुक्ति पत्र अपने हाथों से दिया। इस मौके पर डीएम नितीश कुमार, एसएसपी शैलेश कुमार पाण्डेय, डिप्टी डायरेक्टर इम्प्लॉयमेंट ऑफिस मेरठ टीएन तिवारी, डिप्टी डायरेक्टर इम्प्लॉयमेंट बरेली आरके उपाध्याय, संयुक्त निदेशक प्रशिक्षु राजेन्द्र प्रसाद, प्रिंसिपल राजकीय आईटीआई राजकुमार शाक्य, अनूप दुबे सहित अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा।

रजिस्ट्रेशन को उमड़ी भीड़

इम्प्लॉयमेंट ऑफिस की तरफ से बरेली कॉलेज में आयोजित मेगा जॉब फेयर में सुबह आठ बजे से ही रजिस्ट्रेशन कराने वाले कैंडिडेट्स की भीड़ उमड़ने लगी। कैंडिडेट्स को कोई प्रॉब्लम न हो इसके लिए सभी कंपनियों को डिटेल्स, रूम नम्बर और उनकी जॉब लोकेशन के लिए बैनर लगा हुआ था, जिस पर अपनी जॉब को सिलेक्ट कर कैंडिडेट्स रजिस्ट्रेशन कराने पहुंच रहे थे। हालांकि इस दौरान बरेली कॉलेज ग्रांउड में हेल्प डेस्क भी बनाई गई। जहां पर कैंडिडेट्स अपना रजिस्ट्रेशन या फिर किसी भी समस्या के लिए हेल्प ले सकते थे।

क्वालिटी डेवलप करें

मेगा जॉब फेयर में पहुंचे डीएम नितीश कुमार ने कैंडिडेट्स से कहा कि वह अपने अंदर क्वालिटी को डेवलप करें। ताकि कंपनियां उन्हें सिलेक्ट करने के लिए खुद आएं। अच्छे कार्य करें जिससे अच्छा भविष्य बन सके और बरेली को नाम रोशन हो। जॉब फेयर में आए कैंडिडेट्स से उन्होंने कहा कि जिसको जॉब मिल जाए तो अच्छी बात है। अगर इस जॉब फेयर में जॉब न मिले तो भी निराश न हों बल्कि तैयारी करें अगली बार जॉब जरूर मिलेगी।

पीने को पानी नहीं मिला

जॉब फेयर में पहुंचे कैंडिडेट्स ने पीने के लिए पानी नहीं मिलने का आरोप लगाया। कहा कि पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा हालांकि प्रशासन की तरफ से नगर निगम से पानी के टैंकर भी लगवाए गए थे। लेकिन कैंडिडेट्स उसका पानी कम पंसद कर रहे थे। वहीं, कुछ कैंडिडेट्स ने जॉब फेयर में पहुंची एक निजी कंपनी पर सिक्योरिटी मनी जमा कराने कराने का भी आरोप लगाया। कुछ कैंडिडेट्स ने आरोप लगाया कि इंजीनियरिंग के लिए कोई कंपनी ही जॉब फेयर में नहीं आई है।

स्किल डेवलपमेंट की कमी

अभी तक करीब 50 कैंडिडेट्स का इंटरव्यू लिया है। कैंडिडेट्स में कम्यूनिकेशन डेवलेपमेंट की प्रॉब्लम सबसे अधिक है। जो भी कैंडिडेट्स इंटरव्यू के लिए आ रहे हैं। उनमें सॉफ्ट स्किल की जरूरत है। क्योंकि इस तरह कैंडिडेट्स को जॉब में प्रॉब्लम आती है।

मोहित, सोर्सिग मैनेजर, आईसीआईसीआई

-जो भी कैंडिडेटस इंटरव्यू के लिए आए हैं उनमें अवेयरनेस ग्रूमिंग की प्रॉब्लम है। अब तक 100 से अधिक कैंडिडेट्स इंटरव्यू के लिए आए तो 30 कैंडिडेट्स तो सीवी और फोटो लेकर नहीं आए। टैलेंट तो कैंडिडेट्स में है लेकिन गाइडेंस की जरूरत है।

शुभम सिंह, टेक महिंद्रा

-जॉब के लिए इंटरव्यू के बाद सिलेक्शन हुआ। मंत्री जी के हाथों से नियुक्ति पत्र मिला। बहुत खुश हूं। इस तरह के जॉब फेयर का आयोजन होना चाहिए। ताकि बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।

रंजना राय

- जॉब के लिए मेगा जॉब फेयर में टेक महिंद्रा कंपनी में इंटरव्यू दिया है, जिसमें सिलेक्शन भी हो गया। अब जॉब लोकेशन नोएडा मिली है। लेकिन जरूर जाऊंगी जॉब करने के लिए।

स्नो व्हाइट

-जॉब फेयर की जानकारी मिली तो इंटरव्यू देने के लिए आई हूं। जॉब फेयर में आकर अच्छा लगा कि अच्छी व्यवस्था है। इंटरव्यू दिया है। अब जॉब का तो बाद में ही पता चलेगा।

कविता

- तीन कंपनियों में इंटरव्यू दिया है। लेकिन जॉब की बाद में जानकारी देने के लिए कहा है। इस तरह के आयोजन होने चाहिए, इम्प्लॉयमेंट ऑफिस की अच्छी पहल है।

- त्रिभुवन

Posted By: Inextlive