कितने व्हीकल्स ने पॉल्यूशन चेक कराया, आरटीओ को नहीं पता
- 22 सेंटर्स हैं डिस्ट्रिक्ट में पॉल्यूशन चेक के लिए
- 14 सेंटर्स में ही हो रही है जांच। बाकी बेकार पड़े हैं - 06 सेंटर हैं सिटी में। बड़ा डाकघर के पास, पीलीभीत रोड, राजेंद्रनगर, मॉडल टाउन और प्रेमनगर ----------------- फीस - टू व्हीलर : एक साल के लिए सौ रूपए है - फोर व्हीलर : एक साल के लिए 250 रुपए 55 व्हीकल्स रोजाना का रोज होता है पॉल्यूशन चेक -------------------बरेली : सिटी में कितने व्हीकल पॉल्यूशन फैला रहे हैं और कितने एनवायरमेंट के लिए सेफ हैं, इसका डाटा आरटीओ के पास नहीं है। आरटीओ का कहना है कि सॉफ्टवेयर अपडेट न होने की वजह से उनके पास कोई डाटा नहीं है। जबकि व्हीकल्स के पॉल्यूशन चेक का पूरा सिस्टम मई 2019 से ऑनलाइन हो चुका है। पिछले चार महीने में ट्रैफिक पुलिस ने 675 व्हीकल्स का पॉल्यूशन चेक का सर्टिफिकेट न होने पर चालान काटा है। इनमें 383 टू व्हीलर्स 302 फोर व्हीलर्स है।
------------------ महीना चालान टू-व्हीलर फोर व्हीलरमई 228 120 108
जून 83 42 41 जुलाई 252 136 116 अगस्त 112 85 37 कुल 675 383 302 वर्जन सॉफ्टवेयर अपडेट न होने के कारण मई से अब तक कितने लोगों ने पॉल्यूशन चेक कराया, यह आंकड़ा हमारे पास नहीं है। राजेश प्रताप सिंह, एआरटीओ रोजाना 50-55 लोग प्रदूषण जांच और सार्टिफिकेट बनवाने आते है। ज्यादा धुंआ देने वाली गाडि़यों की सर्विस के बाद उनका प्रदूषण बनाया जाता है। मोहित गुप्ता, प्रदूषण सेंटर संचालक