कब खत्म होगी वेंडिंग जोन की 'वेटिंग'
13,800 पटरी दुकानदारों का किया जा चुका है सर्वे
4000 दुकानदारों का ही हुआ है अभी तक रजिस्ट्रेशन -तीन साल में आगे नहीं बढ़ सका है वेंडिंग जोन का काम -तीन नगर आयुक्त आए और चले गए prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: प्रयागराज में वेंडिंग जोन कब बनकर तैयार होगा, यह आज की तारीख में सबसे बड़ा सवाल है। सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा बनाए गए पथ विक्रय अधिनियम को लागू हुए पांच साल से ज्यादा का समय बीत चुका है। इस दरमियान तीन नगर आयुक्त यहां से आकर जा भी चुके हैं। लेकिन प्रयागराज में आज भी हालात जस के तस हैं। पटरी दुकानदार आज भी खदेड़े जा रहे हैं। शहर के लोग भी प्रॉपर मार्केट न होने से परेशान हैं। वहीं ट्रैफिक जाम की भी समस्या लगातार बनी हुई है। यह स्थिति तब है, जब प्रयागराज को स्मार्ट सिटी बनाया जाना है। कागजों पर हो चुकी है प्लानिंगहकीकत में पटरी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन भले न बनाया जा सका हो, लेकिन कागजों पर इसकी खूब प्लानिंग हुई है। शहर में दो दर्जन स्थानों पर वेंडिंग जोन बनाए जाने की योजना बनाई जा चुकी है। दिसंबर 2017 में टाउन वेंडिंग कमेटी की सबसे पहली बैठक में सिविल लाइंस के पत्थर गिरजाघर के पास फूड जोन बनाए जाने और 42 पटरी दुकानदारों को बसाए जाने का निर्णय लिया था। लेकिन आज तक फर्स्ट मीटिंग के डिसीजन को ही लागू नहीं किया जा सका है। गौरतलब है कि दीन दयाल अंत्योदय योजना-नेशनल अर्बन लाइवलीहुड मिशन के तहत शहर में वेंडिंग जोन का प्लान बनाने, दुकानदारों का सर्वे कर उन्हें कार्ड देने और वेंडिंग जोन डेवलप करने का कार्य दिल्ली की इंफ्राटेक कंपनी को सौंपा गया है।
दो साल में बदल गए तीन नगर आयुक्त नगर आयुक्त ही टाउन वेंडिंग कमेटी का अध्यक्ष होता है। उसकी अगुवाई में प्लान बनता है। 2017 से अब तक नगर निगम प्रयागराज में तीन नगर आयुक्तों का ट्रंासफर हो चुका है। 2017 में तत्कालीन नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया के नेतृत्व में पहली मीटिंग हुई थी। उसके बाद अवनीश कुमार और उज्जवल कुमार की अध्यक्षता में टाउन वेंडिंग कमेटी की मीटिंग हुई। वेंडिंग जोन बनाने की प्लानिंग भी बनी। तीनों अधिकारियों का ट्रांसफर हो गया, लेकिन शहर में कहीं भी वेंडिंग जोन नहीं बन सका। शहर में यहां-यहां बनना है वेंडिंग जोन और बसाए जाने हैं इतने दुकानदार पत्थर गिरजाघर के पास फूड जोन: 42 दुकानदार सीएमपी डिग्री कॉलेज के पास: 62 दुकानदार एजी ऑफिस के पास: 310 दुकानदारकटरा में मास्टर जहरूल हसन रोड पर: 32 दुकानदार
नैनी में कॉटन मिल के सामने: 92 दुकानदार मीरापुर में गोलपार्क के पास: 65 दुकानदार बक्शी बांध पर: 210 दुकानदार गोविंदपुर सिंचाई कॉलोनी के पास: 60 दुकानदार वेंडिंग जोन बना तो यह होंगे फायदे -एक प्रिमाइस में उपलब्ध होगा सभी वैरायटी का सामान -सड़कों पर ठेलों और पटरियों पर अस्थाई दुकानों का कब्जा नहीं रहेगा -सड़कें हो जाएंगी खाली और आवागमन होगा सुगम -अतिक्रमण हटाने को लेकर बार-बार नहीं चलाना पड़ेगा अभियान -पटरी दुकानदारों को मिल जाएगा स्थाई ठिकाना -पब्लिक को भी जगह-जगह भटकना नहीं पड़ेगा शहर में वेंडिंग जोन अब तक बन जाना चाहिए था। लेकिन जिम्मेदार एजेंसी की लापरवाही से देरी हो रही है। अधिकारियों से बात की जाएगी। फिलहाल नैनी में कॉटन मिल के पास वेंडिंग जोन बनाने का काम चल रहा है। -अभिलाषा गुप्ता नंदी मेयर, नगर निगमहाईकोर्ट ने अगर सिविल लाइंस को नो वेंडिंग जोन बनाने का आदेश दिया है। वहीं हाईकोर्ट ने ही पटरी दुकानदारों को उजाड़ने से पहले बसाए जाने का भी इंतजाम करने का आदेश दिया है। फिर बसाने के आदेश का पालन करने में लापरवाही क्यों? पटरी दुकानदार भी यही चाहते हैं कि उनके लिए जगह चिन्हित कर दी जाए ताकि वे सुकून से दो रोटी का जुगाड़ तो कर सकें।
-रविशंकर द्विवेदी प्रदेश महामंत्री आजाद हॉकर स्ट्रीट वेंडर यूनियन