चीफ प्रॉक्टर ने रेड के लिये डीएम से मांगी फोर्सफिर बाहर आया एमबीए में फर्जी प्रवेश का मामला

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने ताराचन्द छात्रावास के तीन अन्त:वासियों को निलंबित कर दिया है। इनके खिलाफ हॉस्टल के अधीक्षक ने रिपोर्ट दी थी। निलंबित होने वालों में बीए द्वितीय वर्ष के संजय सिंह पुत्र शिव प्रताप सिंह निवासी गणेशपुर कौशाम्बी, बीएससी तृतीय वर्ष के सुधांशु पुत्र विक्रम सिंह निवासी ओम गायत्री नगर एवं बीए द्वितीय वर्ष के आकाश सिंह पुत्र चन्द्र प्रताप सिंह निवासी मधुवन विहार कालोनी नेहरू पार्क शामिल हैं। उधर, चीफ प्रॉक्टर ने डीएम एवं एसएसपी को पत्र लिखकर हास्टल में रेड के लिये फोर्स की डिमांड की है।

 

आपराधिक गतिविधियों में शामिल

चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएस दुबे की ओर से जारी नोटिस में तीनों पर आरोप तय किया गया है कि इनके कमरे में बाहरी लोग रहते हैं। इसका पता तब चला जब 01 नवम्बर की रात में 12 बजे इविवि प्रशासन ने हास्टल में औचक निरीक्षण किया। तीनों को ही उनके कमरे में अनुपस्थित पाया गया और वहां मिले सबूतों से पता चला कि कमरे में अवांछित लोगों की मौजूदगी थी। तीनों को शुक्रवार की शाम 04 बजे चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिये कहा गया है। इनके खिलाफ एफआईआर की भी तैयारी की जा रही है।

 

अधिकारी के बेटे का गलत प्रवेश

चीफ प्रॉक्टर ने एमबीए में एक अधिकारी के बेटे के फर्जी प्रवेश को लेकर कुलपति को पत्र लिख कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि आन्तरिक सम्परीक्षा अधिकारी संजीव कुमार ने बेटे शुभम सक्सेना का एमबीए में पाल्य कोटे के तहत गलत तरीके से प्रवेश करवाया है। उन्होंने इसे गंभीर भ्रष्टाचार का मामला बताते हुये कहा है कि इस बावत उन्हें एक स्थाई कर्मचारी का शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है। पत्र में उसने बताया है कि उसके बेटे का प्रवेश नहीं हुआ। जबकि संजीव ने बेटे शुभम का प्रवेश करवा लिया।

 

संयुक्त कुलसचिव की कलम फंसी

चीफ प्रॉक्टर ने पत्र में लिखा है कि संजीव कुमार ने विवि में 13 जून 2017 को पदभार ग्रहण किया। विवि की प्रवेश परीक्षायें संजीव के कार्यभार ग्रहण करने के पूर्व समाप्त हो चुकी थीं। फिर भी उन्होंने पाल्य कोटे का लाभ उठाया। उन्होंने पूछा है कि उन्होंने अपनी नियुक्ति के पहले ही कर्मचारी कोटा के तहत कैसे आवेदन कर दिया? यही नहीं संयुक्त कुलसचिव संजय उपाध्याय ने कर्मचारी कोटा हेतु स्थाई/नियमित कर्मचारी के लिये निर्धारित प्रारूप पत्र में संशोधन करके प्रति नियुक्ति पर आये सम्परीक्षा अधिकारी के लिये प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया और सयुक्त कुलसचिव आशीष रस्तोगी ने अपने हस्ताक्षर से उसे प्रवेश से संबंधित अधिकारियों को जारी कर दिया। बता दें कि यह प्रकरण इससे पहले पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा ने प्रेस कांफ्रेंस कर उठाया था।

 

नियमों में स्पष्ट है कि केवल स्थाई कर्मचारी ही पाल्य कोटे का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह भ्रष्टाचार का बेहद गंभीर मामला है।

प्रो। आरएस दुबे, चीफ प्रॉक्टर

 

 

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मारपीट में दर्ज हुई एफआईआर

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने कर्नलगंज थाने में छात्र चंदन यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। पीआरओ प्रो। हर्ष कुमार ने बताया कि चंदन और एक अन्य छात्र शिवम पांडेय के बीच किसी बात को लेकर जमकर मारपीट हुई थी। शिवम ने चीफ प्रॉक्टर से इसकी शिकायत की थी। इसके बाद तत्काल एफआईआर करवाई गई।

Posted By: Inextlive