एंटी करप्शन टीम ने जलकल के बाबू को 2 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा

एसीपी की फाइल आगे बढ़ाने के लिए पंप आपरेटर से की थी रिश्वत की डिमांड

BAREILLY: एस्योर्ड कॅरियर प्रोग्रेशन (एसीपी) की फाइल मूव करने के लिए रिश्वत मांगने वाले जलकल के बाबू को एंटी करप्शन डिपार्टमेंट ने रंगे हाथ धर दबोचा। उसके पास से रिश्वत के दो हजार रुपए के अलावा 87क्भ् रुपये और भी बरामद हुए। बाबू की शिकायत पंप आपरेटर ने एंटी करप्शन से किया था, जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने ट्रैप कर पकड़ लिया।

आफिस में जाकर की थी शिकायत

एंटी करप्शन डिपार्टमेंट की गिरफ्त में आए बाबू का नाम ताहिर हुसैन है। ताहिर हुसैन नगर निगम के जलकल विभाग में तैनात है। वह गढ़ैया किला का रहने वाला है। जलकल विभाग में पंप आपरेटर बुखारपुरा पुराना शहर निवासी अब्दुल खालिक ने एंटी करप्शन आफिस जाकर शिकायत की थी ताहिर हुसैन उनसे एसीपी की फाइल बढ़ाने के लिए रिश्वत की डिमांड कर रहे हैं। बरेली एंटी करप्शन ने लखनऊ को सूचना दी जिसके बाद प्रभारी इंस्पेक्टर धर्मवीर, इंस्पेक्टर विजय राणा, एचसपी सरफराज, लेडी कांस्टेबल सीमा खान, कांस्टेबल धमेंद्र शर्मा और डीएम आफिस से जेए फ‌र्स्ट किशन लाल और जेए सेकेंड सिवेश गुप्ता की टीम गठित की गइर्।

पॉकेट में नोट रखते दबोचा

ट्यूजडे सुबह टीम अयूब खां चौराहा के पास पहुंची। ताहिर ने अब्दुल को पैसे लेने के लिए जलकल आफिस के गेट नंबर 8 पर मिलने के लिए बुलाया। टीम ने अब्दुल को पाउडर लगा हुए दो हजार रुपये के नोट दे दिए। पहले से रकम तय होने के चलते अब्दुल ने तुरंत ताहिर को नोट पकड़ा दिए। जैसे ही ताहिर ने रुपये हाथ में लेकर पॉकेट में रखे वैसे ही टीम ने उसे धर दबोचा। वह खुद को निर्दोष बताने लगा लेकिन उसकी उंगलियों के निशान नोटों पर आ चुके थे। उसके पास से 87क्भ् रूपये और मिले हैं। जब टीम ने उससे पूछताछ की तो वह इस बारे में कोई जवाब नहीं दे सका। एंटी करप्शन विभाग ने ताहिर के खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दजर्1 कराकर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

सभी से लेता था रिश्वत

ताहिर हुसैन ने इकलौते अब्दुल कादिर से ही एसीपी की फाइल बढ़ाने के नाम पर रिश्वत नहीं मांगी थी बल्कि वह सभी से रिश्वत मांगता था। अब्दुल कादिर ने बताया कि उनकी सर्विस दो साल की बची थी। इसके लिए ताहिर लगातार रिश्वत मांग रहे थे। अब्दुल किसी से भी ख् हजार रुपये से कम नहीं लेता था। इसके अलावा जो ज्यादा रकम दे देता था उसकी फाइल और तेजी से बढ़ा दी जाती थी।

अन्य भी जुड़े हैं खेल में

सोर्सेस की मानें तो रिश्वत के खेल में अकेला बाबू ताहिर ही नहीं शामिल है। बल्कि उससे ऊपर के लोग भी इस रिश्वत की रकम में हिस्सा लेते हैं। लेकिन सब टेबल के नीचे से। ताहिर कई लोगों को अपने आफिस में ही रिश्वत ले लेता था। एंटी करप्शन टीम बाबू से पूछताछ कर उससे जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी पूछताछ कर रही है।

भ् साल बाद एक्टिव मोड में आया एंटी करप्शन

बरेली का एंटी करप्शन डिपार्टमेंट पिछले पांच साल से स्लिपिंग मोड में पड़ा हुआ था। डिपार्टमेंट ने लास्ट टाइम वर्ष ख्009 में ट्रेप बिछाया था। एक बार फिर से ट्रेप लगाकर डिपार्टमेंट को जिंदा करने का काम शुरू हो गया है। बरेली एसएसपी के पीआरओ रहे इंस्पेक्टर विजय सिंह राणा ने बताया कि आगे भी कई ट्रेप लगाकर लोगों को पकड़ा जाएगा।

Posted By: Inextlive