- पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के पैनल के सामने आज खोली जाएगी विसरा रिपोर्ट

- चार महीने की जांच के बाद सीबीआई को नहीं मिला हत्या का कोई सुराग

pankaj.awasthi@inext.co.in

LUCKNOW :

आईएएस अनुराग तिवारी की रहस्यमय हालात में हुई मौत किसी हादसे की वजह से हुई थी। बीते चार महीने से चल रही सीबीआई जांच तो फिलहाल यही इशारा कर रही है। हत्या का केस दर्ज कर इस मामले की जांच कर रही सीबीआई को अगर अनुराग की विसरा रिपोर्ट में कोई पुख्ता सुराग नहीं मिला तो यह भी सीबीआई के दस्तावेजों में ब्लाइंड केसों की फेहरिस्त में शामिल हो सकता है। फिलहाल सीबीआई टीम अपना एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। सोमवार को डॉक्टरों के पैनल के सामने विसरा रिपोर्ट खुलने के साथ ही यह तय हो जाएगा कि आखिर अनुराग की मौत की वजह क्या थी? वहीं, अगर मौत की वजह न मालूम पड़ सकी तो यह मामला सीबीआई के लिये मुसीबत का सबब बन जाएगा।

बेंगलुरु तक नहीं मिला कोई सुराग

प्रदेश सरकार की सिफारिश पर सीबीआई ने आईएएस अनुराग तिवारी की रहस्यमय हालात में मौत के मामले की जांच शुरू की थी। परिजनों का आरोप था कि अनुराग की कहीं और हत्या की गई और लाश को वीआईपी गेस्ट हाउस के सामने रोड पर लाकर फेंक दिया गया। जांच में जुटी सीबीआई टीम ने गेस्ट हाउस कर्मचारियों, आसपास के दुकानदारों, लाश बरामद होने के वक्त वहां खड़े ट्रक के ड्राइवर, लाश को सबसे पहले देखने वाले कॉन्सटेबल समेत दर्जनों लोगों के बयान दर्ज किये। इसके अलावा सीबीआई टीम ने गेस्टहाउस स्थित उस कमरे की भी फॉरेंसिक जांच कराई जिसमें अनुराग अपने दोस्त आईएएस पीएन सिंह के साथ ठहरे थे। टीम ने अनुराग के भाई के साथ उनके बेंगलुरु वाले फ्लैट की भी सघन जांच की थी। पर, कोई भी आपत्तिजनक बात सामने नहीं आई।

तो फिर लगेगी क्लोजर रिपोर्ट

सूत्रों ने बताया कि करीब चार महीने की पड़ताल के बाद सीबीआई टीम इस निष्कर्ष पर पहुंची कि यह हत्या नहीं बल्कि, हादसा है। हालांकि, मामले में अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले विसरा रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था। चंडीगढ़ सेंट्रल फॉरेंसिक लैब ने विसरा परीक्षण की सीलबंद रिपोर्ट सीबीआई टीम को सौंप दी है। यह रिपोर्ट लेकर सीबीआई टीम सोमवार को राजधानी पहुंचेगी और पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर्स के पैनल के समक्ष इस रिपोर्ट को खोला जाएगा। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि अगर इस रिपोर्ट में कोई संदिग्ध बात प्रकाश में आई तो जांच की दिशा बदल जाएगी और अगर इस रिपोर्ट में भी मौत की वजह स्पष्ट नहीं हुई तो सीबीआई को मजबूरन क्लोजर रिपोर्ट लगानी पड़ेगी। हालांकि, उस वक्त सीबीआई को यह जवाब भी देना होगा कि आखिर अनुराग की मौत हुई कैसे? इसे लेकर सीबीआई अफसरों के माथे पर शिकन आने लगी है।

कब क्या हुआ?

12 मई: आईएएस अनुराग तिवारी हिमांचल प्रदेश में ट्रेनिंग कर बहराइच स्थित घर पहुंचे

14 मई: बेंगलुरु जाने के लिये लखनऊ वापस लौटे, बैचमेट पीएन सिंह के साथ वीआईपी गेस्ट हाउस में ठहरे

16 मई: रात में डिनर करने पीएन सिंह के साथ आर्यन रेस्टोरेंट पहुंचे

17 मई: वीआईपी गेस्ट हाउस के बाहर सुबह करीब 6 बजे बीच सड़क पर अनुराग की लाश बरामद

18 मई: बहराइच में अंतिम संस्कार

21 मई: परिजनों ने अस्थियां विसर्जित कीं

22 मई: परिजनों ने सीएम से मुलाकात की, हजरतगंज कोतवाली में हत्या की एफआईआर दर्ज, सरकार ने की सीबीआई जांच की सिफारिश

Posted By: Inextlive