अलग-अलग शहरों में धूम-धाम के साथ रविवार को किया गया गणेश विसर्जन। इस मौके पर चारों ओर सड़कों पर दिखे जुलूस गणेश प्रतिमा के साथ। कहीं हवा में उड़ता रहा रंग-गुलाल तो कहीं फूलों की वर्षा के बीच दी गई भगवान श्री गणेश को विदाई। इन सबके साथ कड़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था के बीच श्रद्धालुओं ने निर्धारित स्थानों पर भगवान गणेश की मूर्तियों का विर्सजन किया। इसी के साथ हो गया दस दिनों तक चलने वाले गणेश चतुर्थी उत्सव का समापन।

शांतिपूर्ण ढंग से हुआ गणेश विसर्जन
जगह-जगह होने वाले विसर्जन को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा प्रबंधों का इंतजाम किया गया। मुंबई में इसका खास गढ़ होने के कारण वहां सुरक्षा व्यवस्था का ज्यादा ध्यान दिया गया। इसके तहत नगर प्रशासन, मुंबई पुलिस, अग्निशामक दल, राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) और आईटीबीपी की तैनाती भी सड़कों और गंतव्यों पर की गई थी।
प्रशिक्षित अग्निशामक व रक्षा दलों को किया गया तैनात
ग्रेटर मुंबई नगर निगम (एमसीएमजी) से मिली जानकारी के अनुसार महानगर व उपनगरों में 71 प्राकृतिक विसर्जन स्थलों के अलावा 26 कृत्रिम स्थल भी तैयार किए गए। इसके अंतर्गत गिरगांव चौपाटी, जुहू तट, पवई झील, दादर, मड घाट और मार्वे जैसे प्रमुख विसर्जन स्थलों पर 150 प्रशिक्षित अग्निशामक और जीवन रक्षा दल के कार्यकर्ताओं को मौके पर लगाया गया था।
सीसीटीवी कैमरों की जद में लिए गए क्षेत्र
इस तरह के लगभग सभी प्रमुख विसर्जन स्थलों पर क्रेन, वॉचटावर व दूधिया रोशनी वाली लाइटों का भी इंतजाम किया गया है। इतना हीं नहीं दक्षिण मुंबई के विभिन्न स्थानों पर भी लगभग 103 सीसीटीवी कैमरों को लगवाया गया है। इसके अलावा गणेश विसर्जन को लेकर और भी कई तरह की तैयारियों पर जोर दिया गया। ऐसी व्यवस्थाओं के बीच बड़ी संख्या में लोगों ने घरों से निकलकर घाटों पर आकर भगवान श्रीगणेश को विदा दी और अगले बरस फिर जल्दी आने की प्रार्थना की।

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Posted By: Ruchi D Sharma