Cricket Australia's chief executive James Sutherland has said the second Test in Hyderabad next week is not in doubt at this stage despite bombs in the city killing at least 12 people on Thursday night.


हैदराबाद में हुए बम धमाकों ने गवर्नमेंट और पब्िलक के साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की भी चिंता बढ़ा दी है. फ्राइडे से ऑस्ट्रेलिया के साथ शुरू हो रही 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मैच हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में 2 से 6 मार्च तक होना है. मैच शिफ्ट करने पर विचार नहीं


बीसीसीआइ सूत्रों के अनुसार विस्फोट के तुरंत बाद ही सीए ने इंडियन क्रिकेट बोर्ड से संपर्क साधा है. सीए और ऑस्ट्रेलियाई टीम मैनेजमेंट लगातार बीसीसीआइ और ऑस्ट्रेलियाई दूतावास के भी संपर्क में है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि उसके प्लेयर्स की सेफ्टी सबसे अहम है. हालांकि मैच शिफ्ट करने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि फिलहाल दूसरे टेस्ट मैच के हैदराबाद से किसी और जगह पर होने को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अभी कुछ नहीं कहा है. उन्होंने कहा कि मैच में अभी एक सप्ताह से ज्यादा का समय बाकी है. इतनी जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लिया जा सकता. अगर कोई आपत्ति आएगी तो उस पर ध्यान दिया जाएगा. मुश्िकल में क्रिकेट

सुरक्षा कारणों से पहले भी कई बार क्रिकेट मैचों को शिफ्ट करना पड़ा है. 1999 में कराची के शेरेटन होटल के बाहर हुए बम विस्फोट के बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने अपनी टीम का दौरा रद कर दिया था. न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम इसी होटल में ठहरी थी. 1999 से 2002 तक कई टीमों विशेषकर ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया. श्रीलंका में गृह युद्ध की स्थिति के कारण ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज ने कोलंबो में 1996 के वर्ल्ड कप मैचों में भाग लेने से मना कर दिया था. जुलाई, 2006 में होस्ट श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच होने वाली ट्रायंगुलर सीरीज को लिट्टे के हमले के कारण रद कर दिया गया था. अप्रैल, 2008 में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों के कारण खेलने से मना कर दिया था. इसी साल सितंबर में वहां होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को भी शिफ्ट कर दिया गया था. आतंकियों ने क्रिकेट को बनाया निशाना    

आतंकवादी हमलों के कारण भारत में भी क्रिकेट को नुकसान पहुंचा है. मुंबई में साल 2008 के नवंबर माह में हुए आतंकवादी हमले के कारण इंग्लैंड टीम भारत दौरा बीच में ही छोड़कर वापस चली गई थी. 3 मार्च 2009 में पाकिस्तान के दौरे पर आई श्रीलंकाई टीम पर लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के नजदीक ही आतंकी हमला हुआ था. इसमें 12 क्रिकेटर घायल हुए थे, जिसके बाद श्रीलंका ने दौरा बीच में ही छोड़ दिया था. 2010 में आइपीएल मैचों के दौरान बेंगलूर स्टेडियम के बाहर दो धमाके हुए थे जिसमें 15 लोग घायल हुए थे. हालांकि इसके बाद भी टूर्नामेंट जारी रहा था।

Posted By: Garima Shukla