बीपीएड और बीईएलएड पर लगी गवर्नर की मुहर
-यूनिवर्सिटी की परिनियमावली में शामिल हुए दोनों कोर्स
>BAREILLY : आरयू की तरफ गवर्नर हाउस को भेजे गए बैचलर इन फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) और बैचलर इन एलिमेंट्री एजुकेशन (बीईएलएड) के प्रस्ताव पर गवर्नर की मुहर लग गई है। गवर्नर ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को दोनों कोर्सेस को यूनिवर्सिटी की परिनियमावली में शामिल करने की हामी दे दी है। गवर्नर की मंजूरी के बाद यूनिवर्सिटी आगमी शैक्षिक सत्र से बीपीएड और बीईएलएड के कोर्स कैंपस में स्टार्ट कर सकेगी। साथ ही कॉलेजेज को कोर्स स्टार्ट करने की सम्बद्धता दे सकेगी। वर्ष 2000 में शुरू किया था कोर्सयूनिवर्सिटी ने वर्ष 2000 में कैंपस में बीपीएड कोर्स स्टार्ट किया। स्टूडेंट्स ने एडमिशन भी लिए। इसके अलावा एनसीईटी से तीन कॉलेजेज को कोर्स स्टार्ट करने की अनुमति दे दी। तीनों कॉलेजेज ने एनसीईटी की मंजूरी मिलने के बाद सम्बद्धता के लिए आरयू में आवेदन किया। यूनिवर्सिटी ने अनुमति भी दे दी। लेकिन, इसी दौरान एनसीईटी को पता चला कि यूनिवर्सिटी ने बीपीएड के कोर्स को परिनियमावली में शामिल किए बगैर शुरू कर दिया है, तो उसने कॉलजेज के कोर्स स्टार्ट करने पर रोक लगा दी।
यूनिवर्सिटी ने भ्ोजा प्रस्तावआरयू ने बीपीएड कोर्स को परिनियमावली में शामिल कराने की कवायद स्टार्ट की। विद्या परिषद ने बीपीएड के लिए दो वर्ष के कोर्स का प्रस्ताव तैयार करके गवर्नर हाउस भेजा। इसके अलावा विद्या परिषद ने चार वर्षीय बीईएलएड के कोर्स को परिनियमावली में शामिल करने के लिए गवर्नर ने अनुमति मांगी। गवर्नर राम नाईक ने वेडनसडे को दो प्रस्तावों पर मुहर लगाते हुए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को बीपीएड और बीएलएड को परिनियमावली में शामिल करने की मंजूरी दी है। रजिस्ट्रार डॉ। एसएल मौर्य ने बताया कि गवर्नर हाउस की मंजूरी मिलने के बाद यूनिवर्सिटी कोर्स को आगामी शैक्षिक सत्र से स्टार्ट करने की कवायद में जुट गई है।