मोबाइल लोकेशन से हुआ खुलासा

PATNA

भारत के विभिन्न राज्यों से बिहार के 15 जिलों में चोरी-छिपे पहुंचे 3 लाख प्रवासियों ने राज्य सरकार की नींद उड़ा दी है। बिना किसी जांच के पहुंचे इन प्रवासियों का पता मोबाइल ट्रैकिंग से लगाया जा रहा है। देश के सात राज्यों में काम कर रहे इन प्रवासियों का टावर लोकेशन अब उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में बता रहा है। राज्य सरकार अभियान चलाकर इन प्रवासियों की पहचान व उनकी स्क्रीनिंग करने के आदेश दिए हैं।

जो प्रवासी बाकायदा जांच व निबंधन कराकर जिलों में पहुंचे हैं, उनको क्वारंटीन कर उनकी निगरानी की जा रही है। लेकिन, चोरी-छिपे आए इन 3 लाख प्रवासियों के निगरानी की कोई व्यवस्था अब तक नहीं हो सकी है। बिहार के विभिन्न जिलों में पहुंचे ये प्रवासी देश के सात राज्यों से आये हैं। देश की तीन बड़ी मोबाइल कंपनियों ने राज्य सरकार को जो रिपोर्ट सौंपी है, उसके मुताबिक इन सात राज्यों से चोरी छिपे बिहार आने वाले कुल प्रवासियों की संख्या करीब 3 लाख है। इनसे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।

इन राज्यों से चोरी-छिपे पहुंचे प्रवासी -

आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कोलकाता, कर्नाटक, महाराष्ट्र व तमिलनाडु।

जिलों में चोरी छिपे पहुंचे प्रवासी

मुजफ्फरपुर - 26745

पूर्वी चंपारण - 25284

पश्चिम चंपारण - 12935

मधुबनी - 26745

समस्तीपुर - 20054

सीतामढ़ी - 11681

वैशाली - 18848

शिवहर - 2082

दरभंगा - 23454

सहरसा -40000

सुपौल -20000

पटना -20000

मुंगेर -10000

बेगूसराय -5000

अरवल -5000

प्रवासियों को क्वारंटीन के लिए ब्लॉक लेवल के अधिकारी व संबंधित थाने को निर्देश दिया गया है। जो चोरी छिपे रह रहे है उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा।

डॉक्टर आर के चौधरी, सिविल सर्जन पटना

Posted By: Inextlive