शॉकिंग! एक फेसबुक फ्रेंड ने तबाह कर दी इस लड़की की खुशहाल जिंदगी
PATNA: एक आम लड़की की तरह वो भी फेसबुक से जुड़ी थी.उसके फेसबुक से जुड़ते ही कई अनजान लोगों के फे्रंड रिक्वेस्ट आने शुरू हो गए। नए दोस्त बनाने की होड़ में वह भी बिना सोचे समझे सभी की दोस्ती स्वीकार करती चली गई। इसी सफर में एक दोस्त बना सोनू। जो थोड़ा अलग था। क्योंकि वह उसके सभी पोस्ट पर लाइक-कमेंट करता था। लाइक कमेंट से शुरू हुआ यह सिलसिला चैटिंग तक जा पहुंचा। दोनों अब बहुत अच्छे दोस्त थे। फिर क्या था आपस में नंबर एक्सचेंज हुए और दोस्ती गहरी होती गई। सोनू ने मिलने की इच्छा जाहिर की तो वह मना नहीं कर पाई।
किसी और का होने नहीं दूंगासोनू के लिए यह लड़की एक शिकार थी, एक दिन उसने अपने दिमाग की गंदगी को लड़की के सामने भी रखा। उसने अपने एकतरफा प्यार का इजहार कर दिया। इसे सुनकर वह चौंक गई। वह फेसबुक की वर्चुअल दुनिया की दोस्ती को असल जिंदगी में नहीं लाना चाहती थी। लेकिन सोनू मानने को तैयार नहीं था। उसने सोनू से सारे रिश्ते तोड़ दिए लेकिन उसने पीछा करना नहीं छोड़ा। वह लड़की से कहता था तू मेरी ना हुई तो तुम्हें किसी का होने लायक नहीं रहने दूंगा।
पुलिस भी सुनकर चौंक गईफेसबुक के मायाजाल की इस कहानी को सुनकर पुलिस भी चौंक गई। यह वही लड़की है सोमवार की शाम जिसके चेहरे पर तेजाब फेंक दिया गया था। जिसमें लड़की के साथ उसका मामा भी घायल हो गया। मंगलवार को जब पुलिस ने तेजाब फेंकने वाले लड़के सोनू को पकड़ा तो यह कहानी सामने आई.फिलहाल उसका इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रहा है।
पकड़ा गया आरोपी सोनू तेजाब हमले में घायल पीडि़ता के बयान के आधार पुलिस ने मंगलवार को आरोपी सोनू को उसके घर रूकनपुरा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी सोनू ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। जानकारी के अनुसार पीडि़ता के बयान के आधार पर पुलिस ने जब जांच करना शुरू किया उसका शक सोनू पर गया। उसके बाद पुलिस पड़ताल में जुट गई। पुलिस ने जब साइंटिफिक ढंग से जांच की तो सोनू पर शक लगातार गहराता गया। इसके बाद पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया और फिर उसे धर दबोचा।एसिड अटैक के मामले को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना के 12 घंटे के अंदर ही आरोपी को पकड़ लिया। इस मामले में पुलिस आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने का प्रयास करेगी। जिससे आगे कोई भी ऐसी घटना को अंजाम देने से पहले सौ बार सोचेगा।
डॉ। मो। शिब्ली नोमानी, डीएसपी, लॉ एंड ऑडर