67 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति मिली थानेदार के पास 8.93 लाख रुपये नगद मिले ईओयू को छापेमारी के दौरान 06-06 लाख रुपये जमा मिले थानेदार व पत्नी के बैंक खातों में


पटना (ब्यूरो)।भ्रष्टाचार के आरोप में राजधानी में रूपसपुर के थानेदार मधुसूदन के पटना और औरंगाबाद के तीन ठिकानों पर बुधवार को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने छापेमारी की। इस दौरान थानेदार की पत्नी व मां के नाम पर पटना, औरंगाबाद और गया में कई भूखंडों के दस्तावेज ईओयू को मिले हैं। इसके अलावा थानेदार के ठिकानों की तलाशी में आठ लाख 93 हजार नकद, पांच बैंक खाते व जीवन बीमा निगम में भारी निवेश के कागजात मिले हैं। इस मामले में थानेदार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज भी दर्ज की गई है। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, 2009 बैच के दारोगा और वर्तमान में रूपसपुर के थानाध्यक्ष मधुसूदन के विरुद्ध पद के भ्रष्ट दुरुपयोग की गुप्त सूचना मिली थी। सत्यापन के बाद मामला सही पाए जाने पर बुधवार को पटना के रूकनपुरा स्थित आनंद विहार कालोनी, रूपसपुर थाना परिसर और औरंगाबाद के दाउदनगर थाना अंतर्गत चौरम गांव स्थित पैतृक आवास पर एक साथ छापेमारी की गई। अभी तक की जांच में थानेदार के पास आय से करीब 62.67 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिली है।

98 लाख से अधिक की खरीदी गई जमीन


ईओयू के अनुसार, थानेदार की पत्नी के नाम पर रूकनपुरा की आनंद विहार कालोनी में 5.74 डिसमिल जमीन का निबंधन 49.81 लाख में कराया गया। इसके अलावा पत्नी एवं माता के नाम से बोधगया के मटिहानी में 18 लाख रुपये के दो भूखंड, मां के नाम पर दाउदनगर के चौरम में 2.82 लाख का एक भूखंड, मां के नाम पर गया के शेरघाटी में 8.10 लाख के दो भूखंड, गया के खरांटी में 1.90 लाख का एक भूखंड तथा गया के हिरयो में 17.58 लाख का एक भूखंड खरीदा गया है। इन सभी भूखंडों का खरीद मूल्य 98 लाख 21 हजार रुपये से अधिक है। इनके निबंधन शुल्क के रूप में करीब आठ लाख 73 हजार रुपये खर्च किए गए हैं। थानेदार की पत्नी व मां दोनों ही गृहिणी हैं।दूसरे के खातों में ट्रांसफर किए 20 लाख थानेदार और उनकी पत्नी के अलग-अलग खातों में छह-छह लाख रुपये जमा पाए गए हैं। थानेदार के द्वारा विभिन्न व्यक्तियों के खातों में 20 लाख रुपये ट्रांसफर करने के भी साक्ष्य मिले हैं। पंजाब नेशनल बैंक से लिए गए 10 लाख के कर्ज को भी समय से पहले ही दो लाख 80 हजार रुपये जमा कर बंद करने की जानकारी भी जांच टीम को मिली है।बालू माफियाओं से भी साठगांठ

ईओयू के अनुसार, रूपसपुर से पहले मधुसूदन का पदस्थापन पटना के ही मनेर थाने में था। यहां बालू माफियाओं से साठगांठ रखने की जानकारी भी ईओयू को मिली है। इसके अलावा मधुसूदन की पोस्टिंग गया जिले में भी रही है। जांच टीम के अनुसार, अग्रतर जांच में अर्जित परिसंपत्ति में वृद्धि की पूरी संभावना है।

Posted By: Inextlive