पटना में फल और सब्जी दुकानदारों की ओर से प्रस्तावित तीन दिवसीय स्ट्राइक मंगलवार से शुरू हो गयी. प्रस्तावित स्ट्र्राइक की वजह से मंगलवार को फल और सब्जियों की बहुत ही कम आवक पटना में हुई.

पटना ब्‍यूरो।

जिससे सुबह में फल और सब्जी के लिए पटनाइट्स को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। फुटपाथ पर दुकानें नहीं सजने से लोगों को दिक्कतें तो हुई लेकिन दूसरी ओर फुटपाथ स्मूथ रहने से लोग कुछ राहत भी महसूस कर रहे हैं।

अंटा घाट, राजेंद्र नगर समेत कई मंडिया बंद


पटना में बंद का असर बड़े मंडियों पर भी रहा। अंटा घाट, राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, दीघा, जगदेव पथ, आशियाना, रामनगरी और दानापुर आदि मंडियां बंद रही। फुटकर दुकानदार जो थोक दुकानदारों से सब्जी लेने पहुंचे थे। उन्हें भी खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।

फुटपाथ पर सुबह में नहीं सजी दुकानें


पटना के तमाम फुटपाथ पर सुबह में दुकानें नहीं सजी। इसका सीधा असर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था पर भी दिखा। पटना में जिला प्रशासन का आदेश जिसमें फुटपाथ दुकानदारों को सुबह नौ बजे से शाम सात बजे तक फुटपाथ पर दुकान लगाने से मना कर दिया गया है। वहीं फल और सब्जी दुकानदार प्रशासन के इस आदेश के विरोध में तीन दिनों तक फल और सब्जियों के हड़ताल की घोषणा की थी। दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन गरीब लोगों की रोजी-रोटी खत्म करना चाहती है। प्रशासन का यह आदेश उन लाखों लोगों के खिलाफ है जो फुटपाथ पर अपनी दुकानें लगा कर किसी तरह से गुजर-बसर करते हैं।

फल और सब्जी विक्रेताओं के सुर अलग-अलग


हालांकि फल और सब्जी विक्रेताओं के बीच भी मतभेद उभर कर सामने आ गया गया है। पटना फ्रू ट वेजिटेबल एसोसिएशन ने हड़ताल का समर्थन नहीं किया है। हालांकि पदाधिकारियों का मानना है कि प्रशासन की कार्रवाई सही नहीं है। पहले सिटी वेंडिंग कमेटी की बैठक करने के बाद ही प्रशासन को कोई निर्णय लेना चाहिए था। फुटपाथी दुकानदारों के संगठन नासवी के सिटी मैनेजर रौशन कुमार ने बताया कि फुटपाथी दुकानदारों ने रविवार को मौर्या लोक परिसर में बैठक कर हड़ताल करने का निर्णय लिया था। हड़ताल का नेतृत्व नासवी संगठन के पदाधिकारी कर रहे हैं। अब तक नासवी के दो पदाधिकारियों पर एफआईआर हो गयी है। इससे दुकानदारों में और भी आक्रोश बढ़ गया है।

फुटपाथ खाली रहने से मिली राहत


एक तरफ फल और सब्जियों की किल्लत से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं फुटपाथ खाली-खाली रहने से लोगों को आवाजाही में काफी राहत मिली है। सुबह से बोरिंग रोड चौराहा से लेकर एसकेपुरी पार्क तक कोई भी वेंडर नजर नहीं आया। वहीं राजीव नगर, दीघा और रामनगरी एरिया में भी स्ट्रीट वेंडर कहीं नहीं दिख रहे थे। पूरा एरिया खाली-खाली नजर आ रहा था।

शाम में राजीव नगर व दीघा में फुटपाथ पर सजी दुकानें


वहीं शाम होते फिर से पटना में फुटपाथ पर फल और सब्जियों की दुकान सजने लगी। राजीव नगर की बात करें तो यहां पर अटल पथ अंडर पास के करीब लगने वाली दुकानें शाम होते ही शुरू हो गई। वहीं दीघा में भी छीटपुट वेंडर वाले शाम होते ही नजर आने लगे। फल वाले साइकिल पर शाम के समय फल बेचते हुए जगह-जगह देखे गए।

Posted By: Inextlive