असम से पटना आया था मोबाइल चोर नेटवर्क चलाने, अरेस्ट
पटना ब्यूरो । असम से पटना आया था मोबाइल चोर नेटवर्क चलाने, लेकिन पुलिस को उसकाी सुराग लग गया। इसके बाद पुलिस ने उसे रंगे हाथों अरेस्ट कर लिया है। मामला पटना के फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र के एफसीआई रोड का है जहां एक कबाड़ी दुकानदार चोरी के मोबाइल की खरीद करता था। इसके लिए उसने एक ऐसे मोबाइल चोर नेटवर्क से कांटेक्ट कर रखा था जिसे असम का शख्स चला रहा था।
पटना में बना रखा था नेटवर्क 25 वर्षीय मोइनुल हक पिता अस्मत अली गांव सफरगुड़ी, थाना भवानीपुर जिला बारपेटा आसाम का रहने वाला है। वह पटना में मोबाइल चुरा कर पर्याप्त पैसा होने के बाद वापस असम लौट जाता था। फिर जब पैसे खर्च हो जाते थे। तब फिर से वापस पटना में आकर अपने गिरोह को एक्टिव कर मोबाइल चोरी की वारदात को अंजाम देता था।अपराध को छिपानेे के लिए खोल रखी थी कबाड़ी दुकान
मोइनुल हक ने अपने अपराध को छिपाने के लिए बकायदा अपने गिरोह के साथ मिलकर एक कबाड़ी दुकान भी खोल रखी थी, जिसके माध्यम से उसने अपने धंधे को एक तरह से वैधता दे रखी थी। उसके गिरोह में शामिल 20 वर्षीय मो सन्नी, 19 वर्षीय मो बार्बी दोनों सगे भाई हैं। यह दोनों नसीम बाबर्ची नया टोला इसानगर आईडिया टॉवर के रहने वाले हैं। इसके अलावा एक अन्य शख्स मो गुड्डु उम्र 25 वर्ष इस गिरोह में शामिल थे।
पांच मोबाइल भी जब्तयह सभी उक्त कबाड़ी की दुकान पर जुटे थे। पुलिस को इस बारे में अपने सोर्स से लगातार जानकारी मिल रही थी, जिसके बाद चारों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। कबाड़ी दुकानदार पर पूर्व में भी चोरी के मोबाइल खरीदने का अरोप लगा था। इस मामले में वह पुलिस के रडार पर था। गिरफ्तार चोरों के पास से पांच मोबाइल बरामद किए गए हैैं सभी मोबाइल चोरी के हैं।
मो सफीर आलम , थानाध्यक्ष फुलवारीशरीफ