कुछ लोग कहते हैं विज्ञान के लिए दुनिया में कुछ भी इंपॉसिबल नहीं है लेकिन सच तो यह है कि धरती पर कुछ चीजें ऐसी हैं जिनमें विज्ञान कुछ नहीं कर सकता। वहां नेचर की काबिलियत विज्ञान को भी पीछे छोड़ देती है। ऐसी ही कुछ खास काबिलियत है उत्तरी ध्रुव के समंदर में रहने वाली व्हेल मछलियों में तभी तो वो 100 से ज्यादा मधुर गानें गा लेती हैं। इन मछलियों की ऐसी अनोखी क्षमता देखकर वैज्ञानिक भी दंग रह गए हैं।

200 सालों तक जीने वाली बोहेड व्हेल मछलियां आपस में खूब बतियाती हैं

वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तरी ध्रुवीय इलाके जैसे ग्रीनलैंड आदि के आसपास के समंदर में रहने वाली धनुषाकार सिर वाली व्हेल्स मछलियां समंदर में रहने वाली बाकी दूसरे जीवों के मुकाबले सबसे ज्यादा समय यानि करीब 200 साल तक जिंदा रहती हैं। ये मछलियां सभी समुद्री जीवों में सबसे ज्यादा सोशल होती हैं, तभी तो ये आपस में खूब बतियाती हैं। वैज्ञानिकों ने 2010 से लेकर 2014 तक समंदर में माइक्रोफोन लगाकर बकायदा इन मछलियों की तमाम आवाजें रिकार्ड की हैं। इस रिकॉर्डिंग के दौरान ही वैज्ञानिकों ने जाना कि ये मछलियां तो सिर्फ बातें ही नहीं करतीं, बल्कि तरह तरह के गाने भी गाती हैं।

कुछ मछलियां गाती हैं क्लासिकल तो कुछ गाती हैं जैज स्टाइल में

वॉशिंगटन यूनीवर्सिटी के ओशीनोग्राफर केट स्टैफोर्ड इस बारे में बताते हैं कि 12 से 16 मीटर आकार वाली हंपबैक व्हेल मछलियां समंदर के भीतर क्लासिकल म्यूजिक गाती हैं, वहीं उनसे कड़ी अधिक बड़ी यानि 18 मीटर तक आकार वाली बोहेड व्हेल जैज म्यूजिक गुनगुनाती हैं। कहने का मतलब यह है कि हंपबैक व्हेल एक सधी हुई लय में अपने बनाए रूल्स से गाना गाती हैं, लेकिन बोहेड व्हेल के लिए गुनगुनाने का कोई फिक्स नियम नहीं है। तभी तो उनके द्वारा गाए गए गाने वेस्टर्न जैज म्यूजिक के तरह काफी मस्ती भरे होते हैं।

इनपुट: रॉयटर्स

यह भी पढ़ें:

भूल जाइए मॉस्क्यूटो क्वाइल, क्योंकि चीन ने बनाया है ऐसा हथियार जो 2 किलोमीटर दूर से निपटा देगा मच्छरों की सेना को!

इस स्कूल में रोबोट बन गया है टीचर, जो 23 भाषाओं में पढ़ा सकता है और गुस्सा भी नहीं करता!

वैज्ञानिकों ने आधा ब्रह्मांड पार करके खोजा एक तारा, जिसकी दूरी जानकर दंग रह जाएंगे

Posted By: Chandramohan Mishra