क्या शहर में कर्फ्यू के दौरान होगी चीते की तैनाती! चंडीगढ़ के सलाहकार ने लोगों से जाननी चाही ऐसी राय
चंडीगढ़ (आईएएनएस)। कोरोना वायरस से बचाव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया है। ज्यादातर लोग इसका पालन कर रहे वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो बेवजह घर से बाहर निकल रहे। ऐसे लोगों को घर पर कैसे रोका जाए, इसके लिए चंडीगढ़ के सलाहकार मनोज परीदा ने नया विकल्प सुझाया है। परीदा ने गुरुवार को एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने नागरिकों से पूछा कि, 'कौन अच्छी तरह से कर्फ्यू का पालन करवा सकता है, तेंदुआ या पुलिस'? वैसे परीदा का यह सवाल काफी अनोखा है मगर सोशल मीडिया पर लोगों ने इससे भी मजेदार जवाब दिए।
लोगों ने ऐसे-ऐसे किए कमेंटएक यूजर ने कमेंट किया, 'मेरे घर के पास चार आंटियों को कोई नहीं रोक सकता, जो रोजाना शाम को पार्क में टहलने जाती है।' इस पर परीदा ने जवाब दिया कि आप उनकी तस्वीर खींचिए और वायरल कर दीजिए, एक अन्य निवासी ने कहा कि कृपया इस पर मुहर लगाएं। ऐसे लोगों का कहना है, "किसी भी स्वास्थ्य सेवा में मनोरंजन नहीं किया जाना चाहिए।" वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा, 'मोहर उनके माथे पर लगानी चाहिए।'
तेंदुए को टहलते देखा गया थापरीदा ने यह सवाल ऐसे समय उठाया, जब तीन दिन पहले चंडीगढ़ के एक पॉश इलाके में तेंदुए को टहलते देखा गया था। इसके बाद लोगों के दिलों में दहशत बैठ गई थी। बाद में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के कर्मचारी आए और करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ पाए। यह मामला यहीं नहीं रुका, अगले दिन दूसरे मोहल्ले में तेंदुए के पदचिन्ह देखे गए। इसके बाद लोग घरों में कैद रहे। बता दें रिहायशी इलाको में लोगों ने पहले भी हिरण, सांभर, और नील गाय को टहलते देखा है।