Chandrayaan 3 : इसरो ने कहा कि चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान चंद्रमा के करीब आ गया। भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 द्वारा ली गई चंद्रमा की पहली तस्वीरें जारी कीं। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि वह इस तरह का अगला ऑपरेशन 9 अगस्त को करेगी।

नई दिल्ली (एएनआई)। Chandrayaan 3 : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 में लगातार सफलता हासिल होती जा रही है। इसरो ने रविवार को कहा कि जीएसएलवी मार्क 3 (एलवीएम 3) हेवी-लिफ्ट लॉन्च वाहन, जिसने चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान के साथ सफलतापूर्वक उड़ान भरी थी वह अब चंद्रमा के करीब आ गया। इंजनों की रेट्रोफिटिंग ने इसे चंद्रमा की सतह के करीब ला दिया, जो अब 170 किमी x 4313 किमी है। इसके अलावा इसरो ने भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 द्वारा ली गई चंद्रमा की पहली पिक्चर्स भी रिलीज की हैं। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि वह इस तरह का अगला ऑपरेशन 9 अगस्त को करेगी।

चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह की अद्भुत तस्वीरें खींचीं
शनिवार को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के बाद चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह की अद्भुत तस्वीरें खींचीं। मिशन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, "5 अगस्त, 2023 को चंद्र कक्षा प्रविष्टि (एलओआई) के दौरान ,चंद्रयान 3 अंतरिक्ष यान द्वारा चंद्रमा को देखा गया। इसरो के अनुसार, चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान, जिसने अपने प्रक्षेपण के बाद से चंद्रमा की लगभग दो-तिहाई दूरी तय की, शनिवार को सफलतापूर्वक चंद्र कक्षा में प्रवेश कर गया।

#WATCH | First images of the moon captured by Chandrayaan-3 spacecraft
The Moon, as viewed by #Chandrayaan3 spacecraft during Lunar Orbit Insertion (LOI) on August 5: ISRO
(Video Source: Twitter handle of LVM3-M4/CHANDRAYAAN-3 MISSION) pic.twitter.com/MKOoHI66cP

— ANI (@ANI) August 6, 2023


चंद्रमा पर एक दिन पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर
जीएसएलवी मार्क 3 (एलवीएम 3) हेवी-लिफ्ट लॉन्च वाहन पर स्थापित अंतरिक्ष यान ने 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक उड़ान भरी। अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत चंद्रमा की सतह पर अपना अंतरिक्ष यान उतारने वाला चौथा देश बन गया, जिसने चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग की देश की क्षमता का प्रदर्शन किया। उतरने पर, यह एक चंद्र दिवस तक काम करेगा, जो लगभग 14 पृथ्वी दिवस के बराबर है। चंद्रमा पर एक दिन पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है।
शुरुआत में इसे 2021 में लॉन्च करने की योजना थी
चंद्रयान-3 की स्वीकृत लागत 250 करोड़ रुपये (लॉन्च वाहन लागत को छोड़कर) है। चंद्रयान-3 का विकास चरण जनवरी 2020 में शुरू हुआ और शुरुआत में इसे 2021 में लॉन्च करने की योजना थी। हालांकि कोविड-19 महामारी के कारण मिशन की प्रगति में अप्रत्याशित देरी हुई। चंद्रयान-2 मिशन को 2019 में चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान चुनौतियों का सामना करने के बाद चंद्रयान-3 इसरो का अनुवर्ती प्रयास है और अंततः इसे अपने मुख्य मिशन उद्देश्यों में विफल माना गया।

Posted By: Shweta Mishra