Jamshedpur: करीब 15 लाख की पॉपुलेशन वाली जमशेदपुर सिटी में 7 लाख रजिस्टर्ड व्हीकल्स हैं. न्यू इयर का सेलीब्रेशन सभी के सर चढक़र बोल रहा है. न्यू इयर में ड्रंकन ड्राइव के कारण किसी तरह का हादसा न हो इसके लिए एडमिनिस्ट्रेशन ब्रेथ एनालाइजर से शराबियों को पकडऩे की बात कह रही है लेकिन ये क्या ब्रेथ एनलाइजर्स तो केवल 4 हैं. वो बिना काम के. अब भला कैसे रोकेंगे ड्रंकेन ड्राइव? एडमिनिस्ट्रेशन के सामने ड्रंकेन ड्राइव को रोकने की एक बड़ी चुनौती है.

Sanction हुए 8 पर मिले 4
कई सालों के इंतजार के बाद हाल ही में सिटी को ब्रेथ एनलाइजर्स नसीब हुए पर यहां निराशा अब भी बरकरार है. क्योंकि सैंक्शन तो हुए थे 8 पर मिले 4. सिटी एसपी कार्तिक एस ने बताया कि इस वक्त ट्रैफिक डिपार्टमेंट को 4 ब्रेथ एनलाइजर्स दिये गए हैं.  हालांकि ट्रैफिक डीएसपी राकेश मोहन सिन्हा का कहना है कि डिपार्टमेंट को सभी 8 ब्रेथ एनलाइजर्स प्रोवाइड किये जा चुके हैं.

जब पाइप नही तो कैसे होगा काम
ब्रेथ एनलाइजर्स तो दे दिये पर इंहेलिंग पाइप ही नहीं है. तो ऐसे में ब्रेथ एनालाइजर्स का यूज कैसे होगा यह बड़ा सवाल है. डीएसपी राकेश मोहन सिन्हा ने बताया कि एक्साइज डिपार्टमेंट से एक ब्रेथ एनलाइजर देकर काम चलाया जा रहा है.

नहीं निकाला जा रहा tender
हर साल ट्रैफिक इक्विपमेंट्स के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को फंड दिया जाता है. पर केवल पचड़ों से बचने के लिए टेंडर ही पास नहीं किया जाता. डीटीओ डिपार्टमेंट के पवन कुमार ने बताया कि इस फाइनेंसियल इयर में ट्रैफिक साइनबोड्र्स लगाने, अवेयरनेस ड्राइव चलाने और ट्रैफिक इक्विपमेंट्स परचेज करने के लिए 3 लाख रुपए का फंड आया था पर टेंडर नहीं पास किया गया.
'फिलहाल हमें जो ब्रेथ एनलाइजर्स प्रोवाइड किये गए हैं उनमें इंहेलिंग पाइप नहीं है, जिससे इनका यूज नहीं हो पा रहा है.'
-राकेश मोहन सिंहा, डीएसपी ट्रैफिक

Report by: jamshedpur@inext.co.in

Posted By: Kishor Kumar