चीन में सरकारी मीडिया का कहना है कि चीन के राष्ट्रपति ने देश के पश्चिमी शिनजियांग इलाक़े में रेलवे स्टेशन पर हुए ज़ानलेवा धमाके के बाद चरमपंथ के ख़िलाफ़ निर्णायक कार्रवाई की बात पर जोर दिया है. बुधवार को हुए धमाके में तीन लोग मारे गए हैं और 79 अन्य ज़ख़्मी हुए हैं.


ऊरुम्क़ी के दक्षिण रेलवे स्टेशन पर बुधवार की शाम हुए इस धमाके के बारे में अधिकारियों का कहना है कि इसकी वजह अभी तक पता नहीं चल पाई है लेकिन 'स्थिति नियंत्रण में' है.शिनजियांग में गुजरे कुछ महीनों के दौरान कई हिंसक झड़पें होती रही हैं.चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इसी हफ्ते इलाके का दौरा किया था और चरमपंथी गतिविधियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का वादा किया था.हालांकि इस इलाके से मिल रही ख़बरों की पुष्टि करना कठिन है क्योंकि शिनजियांग में मीडिया पर कठोर नियंत्रण है.'मलबा और सूटकेस'शिनजियांग में स्थानीय सरकार की न्यूज़ पोर्टल पर दी गई जानकारी में कहा गया है, ''30 अप्रैल की शाम 7.10 बजे के आसपास यात्रियों के बाहर निकलने के रास्ते पर धमाका उस वक्त हुआ जब चेंग्डू से ऊरुम्क़ी आने वाली ट्रेन के-453 स्टेशन पर पहुंची ही थी. कई लोग हताहत हुए हैं.'


ल्यो फ्योंग का कहना है कि सरकार जानमाल के नुक़सान का आकलन कर रही है और धमाके की वजह जानने का भी प्रयास किया जा रहा है.शिन्हुआ के मुताबिक़, ऊरुम्क़ी से गुरुवार को शिनजियांग के लिए तीन नई इंटरसिटी रेल लाइन शुरू होने वाली हैं.

धमाका ऐसे समय हुआ है जब राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शिनजियांग का दौरा पूरा किया है जो वर्ष 2012 में राष्ट्रपति बनने के बाद इलाके में उनकी पहली यात्रा थी.शिन्हुआ के मुताबिक़, इस यात्रा के दौरान शी जिनपिंग ने कहा कि वह इलाके में सक्रिय चरमपंथियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू करेंगे.उन्होंने यह भी कहा कि इस इलाके में दीर्घकालीन स्थायित्व ज़रूरी है जो पूरे देश के विकास और स्थायित्व के लिए महत्वपूर्ण है.बीजिंग में मौजूद बीबीसी संवाददाता मार्टिन पेशेंस का कहना है कि शिनजियांग में हाल के वर्षों में जातीय तनाव चरम पर रहा है.उनका कहना है कि इस इलाके में वीगर मुसलमान अल्पसंख्यक रहते हैं जो चीनी शासक के ख़िलाफ़ लंबे समय से शिक़ायत करते रहे हैं लेकिन चीन इन आरोपों से इंकार करता रहा है.इसी वर्ष मार्च में दक्षिण-पश्चिम चीन स्थि कुनमिंग में कई लोगों पर चाकू से हमला किया गया था जिसके लिए अधिकारियों ने पृथकतावादियों को ज़िम्मेदार बताया था. इस हमले में 29 लोग मारे गए थे और 130 अन्य ज़ख़्मी हुए थे.

Posted By: Satyendra Kumar Singh