भारत और चीन के बीच पिछले कुछ दिनों से तनाव जारी है। डोकलाम विवाद को लेकर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने खड़ी हैं। सैन्‍य ताकत की बात करें तो भारत पड़ोसी देश चीन को टक्‍कर दे सकता है लेकिन एक जगह मात खा रहा है। जी हां चीन अगले महीने दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन चलाने जा रहा है जबकि भारत में अभी यह सिर्फ एक परिकल्‍पना है। तो आइए जानते हैं दुनिया की पांच सबसे तेज ट्रेन और भारत की सुपर फॉस्‍ट ट्रेन की स्‍पीड में कितना है अंतर....

1. फुशिंग 21 (औसत स्पीड - 350 किमी/घं)
चीन अगले महीने से दुनिया की सबसे तेज ट्रेन को पटरियों पर दौड़ाने की तैयारी में है। नई पीढ़ी की यह बुलेट रेल 'फुशिंग' 21 सितंबर से परिचालन शुरू करेगी। करीब 350 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली यह ट्रेन बीजिंग और शंघाई शहरों के बीच की करीब 1250 किमी की दूरी मात्र 4.5 घंटे में पूरा करेगी। औसत स्पीड के मामले में यह ट्रेन नंबर वन है। अगर मैक्सिमम स्पीड की बात करें तो इस ट्रेन से ज्यादा तेज कुछ और ट्रेनें भी चली हैं।

3. हारमनी 380 ए (सर्वाधिक स्पीड - 416 किमी/घं)
यह दुनिया की दूसरी सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन है। यह भी चीन की पटरियों पर दौड़ती है। परीक्षण के दौरान हारमनी की मैक्सिमम स्पीड 416.6 किमी/घं दर्ज की गई थी। यह ट्रेन शंघाई और बीजिंग के बीच चलती है।


5. सीमेंस वेलरो (सर्वाधिक स्पीड - 350 किमी/घं)

स्पेन की सीमेंस वेलरो ट्रेन को एक बार 403 किमी/घं की स्पीड से चलाया गया था। हालांकि बाद में पैसेंजर्स की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए इसकी स्पीड 350 किमी/घं कर दी गई है।

2. नई दिल्ली - भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस (स्पीड - 155 किमी/घं)
यह ट्रेन राजधानी दिल्ली से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल तक चलती है। इसकी अधिकत्तम चाल 155 किमी प्रति घंटा है जबकि औसत चाल 87 किमी प्रति घंटा है। यह ट्रेन कुल 702 किमी की दूरी तय करती है। गतिमान एक्सप्रेस के शुरू होने के पहले, इसे ही भारत की सबसे तेज ट्रेन होने का गौरव प्राप्त था।

4. नई दिल्ली - कानपुर शताब्दी एक्सप्रेस (स्पीड - 130 किमी/घं)
नई दिल्ली से कानपुर तक चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस की मैक्सिमम स्पीड 130 किमी प्रति घंटा है। इसकी औसत स्पीड 88 किमी प्रति घंटा है। यह ट्रेन 440 किमी की दूरी तय करती है। यह गाड़ी कानपुर “रिवर्स शताब्दी” के नाम से भी जानी जाती है।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari