स्टेशन पर पैसेंजर्स से वेंडर्स वसूल रहे मनमाना दाम, नियम के बावजूद नहीं दे रहे बिल

-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिएिलिटी चेक में हुआ खुलासा

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VARANASI

कैंट रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर मौजूद लगभग सभी वेंडरों की स्थिति यह है कि सामानों की कीमत निर्धारित से अधिक वसूलते हैं और मांगने पर भी बिल नहीं देते हैं। इस वजह से आए दिन यात्रियों के साथ कहासुनी होती है। रेलवे का नियम है कि रेल परिसर में मौजूद वेंडर्स अगर बिल नहीं देते हैं तो पेमेंट नहीं करें।

बनारस में स्टेशन पर वेंडर्स की इस मनमानी पर नकेल कसने के लिए रेलवे बोर्ड ने स्टेशन परिसर में 'नो बिल-नो पेमेंट' सिस्टम लागू कर रखा है, लेकिन इसका कोई असर नहीं है। यह खुलासा मंगलवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में हुआ। कैंट स्टेशन पर रिएलिटी चेक के दौरान आईआरसीटीसी के काउंटर को छोड़ किसी भी वेंडर द्वारा यात्री को सामान खरीदने के बाद बिल न देने का मामला सामने आया। अधिकर यात्री इस मामले को गंभीरता से नहीं लेते हैं जिसका फायदा वेंडर्स उठाते हैं। आप भी पढि़ए कैसे हुआ यह रिएलिटी चेक।

सीन-1

कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर पांच पर सीढ़ी के नीचे मौजूद दुकान से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने एक बोलत पानी और बिस्किट खरीदा। वेंडर ने तीस रुपये लिया, लेकिन बिल नहीं दिया। बिल मांगने पर जवाब देता है कि भइया बड़े फूड स्टोर पर बिल दिया जाता है। हम तो छोटे वेंडर हैं।

सीन-2

प्लेटफार्म नम्बर-पांच पर ही जूस की दुकान पर दो लोगों ने एपल जूस पिया। वेंडर ने पैसा लिया, लेकिन बिल नहीं दिया। इस पर काफी कहासुनी हुई तो उसने बिल बुक दिखाया, लेकिन बिल नहीं दिया। जब तक टीम मौजूद रही उस दौरान कई ग्राहक आये, लेकिन किसी को बिल नहीं दिया।

सीन-3

प्लेटफार्म नम्बर-एक पर इंट्री गेट पास स्थित दुकान से तीन चिप्स और एक आधा लीटर कोल्ड ड्रिंक खरीदा। वेंडर ने रुपये तो ले लिया, लेकिन बिल नहीं दिया। बिल मांगने पर कहा कि बिल देंगे तो मेरी दुकानदारी हो चुकी। जितनी देर में बिल काटेंगे उतनी देर में ग्राहक दूसरी दुकान पर चला जाएगा।

जानते हैं फिर भी नहीं देते बिल

स्टेशन पर लगभग 200 छोटे-बड़े वेंडर हैं। परिसर में ही 70 से ज्यादा स्टॉल लगा रखे हैं। अधिकतर वेंडरों के सूची बोर्ड पर 'नो बिल, नो पेमेंट' लिखा और उनके पास बिलिंग मशीन और बिल बुक हैं, लेकिन वे यात्रियों को बिल नहीं देते है। आईआरसीटीसी से संबद्ध फूड स्टोर पर पहले बिल, फिर सामान दिया जाता है। लेकिन अन्य वेंडरों के यहां स्थिति इसके विपरीत है। पहले सामान देते हैं इसके बाद पैसा लेते है, लेकिन बिल नहीं देते हैं। पूछने पर कहते हैं कि 20-30 रुपये का सामान यात्री लेते हैं। बिल देने लगेंगे तो ग्राहक वापस चले जाएंगे। उनका कहना है कि अगर कोई यात्री बिल मांगता है तो बिल देते भी हैं।

ये होगा लाभ

रेलवे बोर्ड के इस निर्देश से जहां रेलवे को लाभ होगा, वहीं यात्रियों को भी सामान के अधिक पैसे नहीं देने पड़ेंगे। स्टेशन पर एक लीटर की पानी की बोतल के लिए 20 रुपये वसूले जाते हैं, जबकि बाहर इसकी कीमत 15 रुपये है। अब बिल देने की अनिवार्यता के कारण वेंडर 5 रुपये अतिरिक्त नहीं ले सकेंगे। इसी तरह से चाय, कॉफी, पेटीज, सैंडविच, ब्रेड पकौड़ा अदि भी वेंडर को रेलवे की तरफ से निर्धारित रेट पर ही देने होंगे। बिलिंग के जरिए वेंडर के टर्न ओवर का आसानी से पता चल सकेगा।

वर्जन

मैंने स्टॉल से पानी की बोतल और तीन पैकेट चिप्स लिया, लेकिन वेंडर मुझे बिल नहीं दिया, जबकि बोर्ड पर लिखा है कि बिल देना जरूरी है। रेलवे प्रशासन को इसे सख्ती से लागू कराना चाहिए।

-सोनू कुमार, यात्री

मुझे नहीं पता था कि वेंडर बिल नहीं देगा तो उसे पैसा भी नहीं देना होगा। मैंने वेंडर से पेटीज और कोल्ड ड्रिंक ली, लेकिन बिल नहीं मिला। पता होता तो मैं पैसे नहीं देता।

-प्रमोद कुमार, यात्री

स्टेशन पर कहीं भी इस संबंध में कोई निर्देश नहीं दिखा। टीवी पर भी इस तरह की खबर नहीं दिखी। वेंडर बिल नहीं देगा तो सामान फ्री होगा, यह तो अच्छा है। -अमित सिंह, यात्री

रेलवे बोर्ड अक्सर वेंडरों के साथ यात्रियों को अवेयर करता है। हमारे काउंटर पर यात्रियों द्वारा ऑडर्र देते समय ही बिल काटा जाता है और फिर बिल दिखाने पर ही यात्रियों को सामान दिया जाता है।

-सैयद अहमद, प्रतिनिधि-फूड ट्रैक

स्टेशन परिसर में काम करने वाले सभी वेंडर्स को रेलवे बोर्ड के निर्देश के बारे में बता दिया गया है और ग्राहक को बिल देना अनिवार्य किया गया है। अगर कोई वेंडर ग्राहक को बिल नहीं देता है, तो शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-आनंद मोहन, डायरेक्टर रेलवे

Posted By: Inextlive