बीएचयू के वीसी प्रो. सुधीर कुमार जैन की अध्यक्षता में हुई विद्वत परिषद की बैठक में शिक्षण व शोध से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा के साथ ही गुणवत्ता एवं उत्पादकता को और बढ़ाने के उपायों पर विचार-विमर्स किए गए है. वीसी ने ने सदन को नवगठित परियोजना निगरानी इकाई प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट के बारे में बताते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य विवि के एजुकेशन व रिसर्च के माहौल को और बेहतर बनाना होगा.

वाराणसी (ब्यूरो)बीएचयू में 14 न्यू स्कॉलरशिप की शुरुआत की गई है। साथ ही एक नए गोल्ड मेडल के प्रस्ताव पर भी बीएचयू की मुहर लगाई गई है। बीएचयू के वीसी प्रो। सुधीर कुमार जैन की अध्यक्षता में हुई विद्वत परिषद की बैठक में शिक्षण व शोध से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा के साथ ही गुणवत्ता एवं उत्पादकता को और बढ़ाने के उपायों पर विचार-विमर्स किए गए है। वीसी ने ने सदन को नवगठित परियोजना निगरानी इकाई (प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट) के बारे में बताते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य विवि के एजुकेशन व रिसर्च के माहौल को और बेहतर बनाना होगा। उन्होने कहा कि यह इकाई उन सभी विषयों के समाधान के लिए कार्य करेगी जिनसे विश्वविद्यालय की पठन पाठन गतिविधियों में प्रतिकूल असर पडऩे की संभावना हो। उन्होंने बताया कि इस पहल की शुरुआत कला व सामाजिक विज्ञान संकायों से की जा रही है एवं धीरे-धीरे इसके कार्य के दायरे में विस्तार किया जाएगा.

अक्षयीबर और जोगेश्वरी गिरी स्वर्ण पदक की स्थापना

विद्वत परिषद में मेरिट एवं आर्थिक स्थिति के आधार पर दी जाने वाली 14 नई छात्रवृत्तियों तथा 1 नया स्वर्ण पदक आरंभ करने को स्वीकृति दी गई। विश्वविद्यालय में प्रतिदान योजना के तहत विभिन्न व्यक्तियों एवं संगठनों द्वारा छात्रवृत्तियां आरम्भ करने के उद्देश्य से आर्थिक योगदान प्राप्त होता है जिनके संबंध में प्रस्ताव अनुमोदन के लिए विद्वत परिषद के समक्ष प्रस्तुत किये जाते हैं। विद्वत परिषद शैक्षणिक विषयों पर नीति निर्धारण के लिए विवि की सर्वोच्च इकाई है। परिषद ने अक्षयीबर तथा जोगेश्वरी गिरी स्वर्ण पदक की स्थापना को मंजूरी दे दी है जो एमबीए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी को मेरिट के आधार पर प्रदान किया जाएगा। यह पदक शैक्षणिक सत्र 2023-24 से प्रभावी होगा। बैठक में कई छात्रवृत्तियां आरम्भ करने के प्रस्तावों पर भी मुहर लगी।

संबद्ध विभिन्न महाविद्यालयों में नए पाठ्यक्रम

विद्वत परिषद ने विवि से सम्बद्ध विभिन्न महाविद्यालयों में नए पाठ्यक्रम व विषय आरम्भ करने को भी अनुमोदन दे दिया है। इसके तहत आर्य महिला पीजी कॉलेज में सांख्यिकी, गणित एवं भूगोल को माइनर कोर्सेस के रुप मे अध्यापन की अनुमति दी गई है। इसी तरह वसंत कन्या महाविद्यालय में सांख्यिकी एवं गणित को माइनर कोर्सेस की तरह पढ़ाने को स्वीकृति मिली है। वसंता कॉलेज फॉर वीमेन, राजघाट, को कंप्यूटर एप्लीकेशन में अंडर ग्रेजुएट डिप्लोमा आरम्भ करने को मंजूरी दी गई है। विद्वत परिषद ने पूर्णकालिक तथा अल्पकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए नए दिशा निर्देशों को भी स्वीकृति दे दी है।

स्नातक व परास्नातक के नियमित विद्यार्थी ही प्रवेश ले पाएंगे

नए दिशा निर्देशों के अनुसार पूर्णकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए न्यूनतम शैक्षणिक अर्हता, बेहतर रुप से परिभाषित क्रेडिट एवं पाठ्यक्रम के लिए निर्धारित घंटे होंगे। अल्पकालिक डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में विश्वविद्यालय तथा संबद्ध महाविद्यालयों के स्नातक व परास्नातक के नियमित विद्यार्थी ही प्रवेश ले पाएंगे। वहीं विद्वत परिषद ने दस विशिष्ट शिक्षाविदों को बाह्य सदस्यों के रुप में नामित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। बैठक के दौरान परीक्षा नियंता प्रो। एनके। मिश्रा ने स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया की प्रगति को लेकर कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा अभ्यर्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी प्रयास किये जा रहे है।

ये हैं स्कॉलरशिप

1. स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी में एम.एस.सी बायोटेक्नोलॉजी के द्वितीय वर्ष (शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी) के विद्यार्थी के लिए महामना मालवीय बायोटेक्नोलॉजी छात्रवृत्ति.

2. कला संकाय में एमए संस्कृत के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी के लिए विश्वनाथ एवं मीरा भट्टाचार्य छात्रवृत्ति (शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी)

3. दृश्य कला संकाय में एमएफए (टेक्सटाइल डिजाइन) के प्रथम वर्ष के विद्यार्थी के लिए झिंगन साहू स्मृति छात्रवृत्ति (शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी)

4. मंच कला संकाय में बीपीए (वोकल म्यूजिक तथा इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक प्रत्येक) के प्रथम वर्ष के दो विद्यार्थियों के लिए सीएनआर राव छात्रवृत्तियां (शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी)

5. कृषि विज्ञान संस्थान में एमएससी (कृषि)-कवक एवं पादक रोग विज्ञान विभाग, के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी के लिए उदय प्रताप छात्रवृत्ति (शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी)

6. विज्ञान संस्थान में एम.एस.सी (भौतिकी) के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी के लिए जे.एन। गुप्ता तथा सावित्री देवी छात्रवृत्ति (शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी)

7. प्रबंध शास्त्र संस्थान में एमबीए प्रथम वर्ष के विद्यार्थी के लिए रामस्वरुप जमुनादेवी छात्रवृत्ति (शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी)

8. संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के 5 विद्यार्थियों के लिए एसजीवीपी स्वामी नारायण छात्रवृत्ति (शैक्षणिक सत्र 2023-24)

9-इसके अलावा सेंट्रल हिंदू गल्र्स स्कूल में कक्षा 9 की छात्राओं के लिए अवध राजकुमार छात्रवृत्ति करने को भी स्वीकृति दी गई है। यह छात्रवृत्ति शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रभावी होगी.

Posted By: Inextlive