बढ़वालिया निवासी गंगा सागर यादव के घर से बरात फेफना क्षेत्र के सिंहाचवर स्थित रामगढ़ गांव गई थी. पांचों साथी सफारी से बरात में गए थे. द्वारचार के पहले ही पार्टी का दौर शुरू हो गया. इसी बीच बगैर किसी को बताए गाजीपुर जिले के बड़ेसर क्षेत्र के शिवरी अमहट गांव निवासी सत्येंद्र यादव अपनी सफारी कार लेकर निकले

वाराणसी (ब्यूरो)बलिया के फेफना थाना क्षेत्र में एनएच-31 पर तीखा गांव के पास तेज रफ्तार अनियंत्रित सफारी पेड़ से जा टकराई। बुधवार देर रात हुए इस हादसे में सफारी में बैठे चार युवकों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। पांचों साथी चितबड़ागांव जा रहे थे.

बढ़वालिया निवासी गंगा सागर यादव के घर से बरात फेफना क्षेत्र के सिंहाचवर स्थित रामगढ़ गांव गई थी। पांचों साथी सफारी से बरात में गए थे। द्वारचार के पहले ही पार्टी का दौर शुरू हो गया। इसी बीच बगैर किसी को बताए गाजीपुर जिले के बड़ेसर क्षेत्र के शिवरी अमहट गांव निवासी सत्येंद्र यादव अपनी सफारी कार लेकर निकले। उनके साथ बलिया के तीखा के रहने वाले रितेश कुमार गोड़, कमलेश यादव, राजू यादव और छ_ू यादव भी सवार हो गए। गाड़ी जैसे ही तीखा गांव के पास पहुंची, अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराकर खंदक में पलट गई। सफारी में बैठे सत्येंद्र यादव, रितेश गोड़ व राजू यादव की मौके पर ही मौत हो गई। कमलेश और छ_ू गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान कमलेश यादव ने भी दम तोड़ दिया जबकि छ_ू यादव का इलाज वाराणसी में ट्रामा सेंटर में चल रहा है। बरात में शामिल लोगों ने बताया कि सफारी सवार युवकों ने द्वारचार से पहले शराब पी। इसके बाद चितबड़ागांव के लिए निकल गए। अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि पुलिस ने वाहन जब्त कर लिया है। हादसा कैसे हुआ, जांच की जा रही है.

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नशे की आदत से उजड़ गई चार परिवारों की गृहस्थी, अनाथ हो गए बच्चे

चितबड़ागांव : नशे की आदत से चार परिवारों की गृहस्थी उजड़ गई। एक ही गांव में दो लोगों की मौत से मातमी सन्नाटा पसरा रहा। बरात में शामिल होने वाले साथियों ने बताया कि गाजीपुर के सत्येंद्र यादव फेफना में ही गिट्टी बालू की दुकान चलाते हैं। वह सफारी कार भी रखे हुए हैं। यहीं पर आवास लेकर रहते भी हैं। गढ़वालिया से जब बरात निकली थी तो कार पर आठ लोग सवार थे। सिंहाचौर के पास रामगढ़ में लोग सकुशल पहुंच गए थे। यहां पर पार्टी का दौर चला। इसके बाद वह कब चितबडग़ांव के लिए निकल गए किसी को पता भी नहीं चला। रात में ही बरात मालिक और अन्य लोगों को घटना का पता लग गया था।

हादसे में बढ़वालिया गांव निवासी राजू यादव और कमलेश यादव की मौत हो गई थी। राजू यादव की पत्नी पुष्पा देवी का बुरा हाल है। उनके दो बच्चे हिमांशु और एक आठ वर्षीय बेटी है। इसी तरह मृतक कमलेश यादव की पत्नी संगीता बेसुध होकर घर में पड़ी हुई थी। उनके तीन बच्चों में बड़ी बेटी 12 वर्ष और दो बेटे क्रमश: 10 और आठ वर्ष के हैं। इसी तरह तीखा गांव में रितेश गोंड की मौत से स्वजन पर गम का पहाड़ टूट पड़ा।

जागरुकता अभियान के बाद भी सजग नहीं हो रहे लोग

तमाम जागरुकता अभियान के बाद भी लोग सजग नहीं हो रहे हैं। वाहन चलाते समय न तो हेलमेट लगा रहे हैं और न सीट बेल्ट। सफारी कार चला रहे किसी भी युवक ने सीट बेल्ट नहीं लगाया था। बार-बार लोगों को बताया जा रहा है कि नशे में वाहन को न चलाएं। इसके बाद भी लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं। चार साथियों की मौत से छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए।

बरात में शराब का सेवन बन गया है फैशन

इन दिनों बरात में शामिल होने वाले अधिसंख्य युवा शराब का सेवन करते हैं। जनवरी से लेकर अब तक जिले में 30 से अधिक लोगों को मौत हो चुकी है। इसमें सर्वाधिक युवक ही शामिल हैं। इसमें बहुत ऐसे युवक थे जो बरात में शामिल होने के लिए जा रहे थे या फिर शामिल होकर वापस हो रहे थे। पिछले दिनों बैरिया में छह लोगों की मौत हो गई थी.

Posted By: Inextlive