RANCHI:मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनाथ आश्रम से लेकर कुश्ती खिलाडि़यों के घर पहुंचकर सभी को चौंका दिया। विवेकानंद सरोवर (बड़ा तालाब) में स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद सीएम तालाब के किनारे स्थित आंचल शिशु आश्रम पहुंच गए। यहां उन्होंने बच्चों के साथ प्रार्थना गीत में भी भाग लिया। इसके बाद आम आदमी की तरह लेक रोड पर स्थित राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती खिलाड़ी राखी तिर्की एवं मधु तिर्की के घर पहुंचे। आंचल शिशु आश्रम में मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर बच्चे खूब खुश हो गये। मुख्यमंत्री ने आश्रम के बच्चों से मिलकर उनकी पढ़ाई लिखाई और उनकी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने मुख्यमंत्री को स्वागत तिलक लगाया और उनके सम्मान में प्रार्थना गीत भी गाये।

राखी व मधु तिर्की के घर पहुंचे

मुख्यमंत्री श्री सोरेन लेक रोड पर राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती खिलाड़ी राखी तिर्की एवं मधु तिर्की के घर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इनकी हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आप आगे और कड़ी मेहनत करें और राज्य व देश के लिए मेडल जीतकर लाएं। उन्होंने इन खिलाडि़यों को भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में राज्य के मेधावी खिलाडि़यों को सरकार सुविधाएं प्रदान करेगी।

कारकेड रोक मोहन के घर पहुंचे सीएम

आंचल शिशु आश्रम से निकलकर लौटने के क्रम में अचानक गाड़ी रोक कर मोहन तिर्की एवं रूपन तिर्की के घर पहुंचे। इनकी बेटियां कुश्ती खिलाड़ी राखी तिर्की एवं मधु तिर्की को अपने घर अचानक मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को पहुंचते देख कर सहसा यकीन नहीं हुआ। वे बहुत उत्साहित और खुश हुई। उन्होंने कहा कि यह दूसरा मौका है जब हम दोनों बहनों का हौसला बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन स्वयं हमारे घर पहुंचे हैं। यह हमारे लिए गर्व का विषय है।

अनाथालयों के प्रमुखों संग बैठक करें

मुख्यमंत्री ने मौके पर अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द ही सभी अनाथालयों के प्रमुखों के साथ बैठक कर इनके संचालन में आने वाली सभी दिक्कतों की जानकारी ली जाए। आश्रमों में रह रहे बच्चों की पढ़ाई और अन्य बुनियादी सुविधाओं में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी बैठकें नियमित अंतराल पर होती रहनी चाहिए।

सगी बहने हैं दोनों कुश्ती खिलाड़ी

राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती खिलाड़ी राखी तिर्की एवं मधु तिर्की दोनों सगी बहनें हैं। इन दोनों बहनों ने वर्ष 2015 एवं 2016 में कन्याकुमारी और रांची में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता था। इसके बाद इन दोनों बहनों का सेलेक्शन इंडिया कैंप में भी हुआ था। ये दोनों बहनें राज्य की पहली आदिवासी महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर के कुश्ती प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता है। इनके पिता मोहन तिर्की मजदूरी करते हैं। वर्तमान में दोनों बहनें प्रतिस्पर्धी प्रतियोगिता की तैयारी कर रही हैं। साथ ही, खेलो इंडिया के तहत कोचिंग के लिए भी चुनी गई हैं।

खिलाडि़यों व खेल को केंद्र में रखकर नीति बनाएं

मुख्यमंत्री ने खेल विभाग को यह निर्देश दिया कि प्रतिभाशाली खिलाडि़यों की पहचान कर उनकी प्रतिभा को निखारने के प्रयास करें। खिलाडि़यों और खेल को केंद्र में रखकर नीति बनाएं, जिससे झारखंड की खेल प्रतिभा विकसित हो सके। मौके पर मुख्यमंत्री के साथ उनके ओएसडी गोपाल जी तिवारी तथा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

Posted By: Inextlive