RANCHI : अगर आप भी नगर निगम को वेस्ट यूजर चार्ज दे देकर थक चुके हैं तो इससे छुटकारा पा सकते हैं। चूंकि रांची नगर निगम ने इसके लिए पहल की है। जिसके तहत कैंपस में ही कंपोस्टिंग लगाकर भारी भरकम वेस्ट यूजर टैक्स से राहत मिल जाएगी। वहीं वेस्ट से कंपोस्ट बनने पर उसका इस्तेमाल कर सकेंगे। अगर चाहे तो कंपोस्ट को सेल्फ हेल्प ग्रुप की मदद से बाजार में भी बेच सकते हैं। बताते चलें कि नगर निगम इसके लिए नियमावली तैयार कर रहा है, जिसके बाद इसे सिटी में लागू कर दिया जाएगा।

कंपोस्टिंग वालों को 90 परसेंट छूट

नगर निगम क्षेत्र में 1.83 लाख हाउस होल्डर्स हैं, जिसमें रेसिडेंशियल एरिया, मार्केटिंग कांप्लेक्स के साथ ही सभी संस्थान भी आते हैं। अगर बल्क वेस्ट जेनरेटर कैंपस में ही वेस्ट टू कंपोस्ट की व्यवस्था करते है। इसके बाद उसमें गीला कचरा डिस्पोज करते है तो उन्हें वेस्ट यूजर चार्ज में 90 परसेंट तक छूट मिलेगी। ऐसे में टोटल वेस्ट यूजर चार्ज का मात्र 10 परसेंट निगम को चुकाना होगा।

सिटी से डेली 500 मीट्रिक टन कचरा

राजधानी में बड़े घर और संस्थान से काफी मात्रा में वेस्ट निकलता है। हर घर से लगभग 500 ग्राम एवरेज कचरा कलेक्ट किया जाता है। वहीं हॉस्पिटल, होटल, रेस्टोरेंट और अन्य बड़े संस्थानों से भारी मात्रा में कचरा निकलता है। उस हिसाब से राजधानी में हर दिन 500 मीट्रिक टन कचरा निकलता है। जिसे झिरी स्थित डंपिंग यार्ड में भेज दिया जाता है।

सूखा कचरा ले जाएंगे निगम के लोग

कंपोस्टिंग लगाने वालों के कैंपस में सूखा कचरा भी निकलता है। ऐसे में जब वे अपने कैंपस में ही गीला कचरा डिस्पोज करेंगे तो सूखा कचरा नगर निगम के सफाई कर्मी ले जाएंगे। इसके अलावा ओनर स्क्रैप वालों को भी कचरा दे सकते है। जिससे कि वेस्ट के बदले उन्हें कुछ पैसे भी मिल जाएंगे। ऐसे में लोगों के घरों के साथ ही शहर में गंदगी नहीं फैलेगी।

जो लोग कैंपस में कंपोस्टिंग की व्यवस्था करेंगे, उन्हें वेस्ट यूजर चार्ज में 90 परसेंट तक डिस्काउंट देने की योजना बनाई गई है। जल्द ही इसे सिटी में लागू कर दिया जाएगा। बल्क वेस्ट जेनरेटर्स को इसका फायदा मिलेगा। इसके अलावा कंपोस्टिंग करने वालों की मॉनिटरिंग भी होगी कि कहीं डिस्काउंट के लिए तो मशीन लगाकर नहीं छोड़ दिया गया है। इसलिए हर हाल में डिस्पोजल भी करना होगा।

डॉ किरण कुमारी, असिस्टेंट हेल्थ आफिसर, आरएमसी

Posted By: Inextlive