RANCHI: बेखौफ अपराधियों ने सोमवार की दोपहर बाद लगभग फ् बजे एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के सुपरवाइजर की गोली मारकर उस वक्त हत्या कर दी, जब पूरी राजधानी में पुलिस सड़कों पर एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चला रही थी.अपराधियों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी ए वन के सीनियर सुपरवाइजर गजेंद्र पांडेय (भ्म् वर्ष) को गोली मारी, जिससे उनकी मौत हो गई। दोपहर फ् बजे वह हिंदपीढ़ी के नदी ग्राउंड इलाके में अपनी साइट पर थे, तभी शूटर वहां पहुंचा और उनके सीने में देसी कट्टा सटा कर एक गोली दाग दी, जिससे गजेंद्र वहीं जमीन पर गिर गए और शूटर फरार हो गया। इसके बाद साइट पर मौजूद मजदूरों ने उन्हें आनन-फानन में गुरुनानक अस्पताल पहुंचाया। वहां से डॉक्टरों ने उन्हें रिम्स रेफर कर दिया। इसी दौरान गजेंद्र पांडेय ने दम तोड़ दिया। वह रांची में रातू रोड स्थित इंद्रपुरी कॉलोनी में अपनी पत्नी व छोटे बेटे के साथ रहते थे। बड़ा बेटा कोलकाता में एयरपोर्ट पर कार्यरत है। मूल रूप से गजेंद्र बिहार के गोपालगंज जिले के हथुवा के रहने वाले थे। खबर मिलते ही सिटी एसपी कौशल किशोर, कोतवाली डीएसपी भोला प्रसाद सिंह, हिंदपीढ़ी थाना प्रभारी दीपक कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और वहां से एक खोखा बरामद किया। पुलिस ने उनकी जेब से ख्ब् हजार भ्00 रुपये भी बरामद किया है। जो मजदूरी भुगतान के थे।

पैदल आए थे अपराधी

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गजेंद्र पांडेय घटनास्थल पर कल्याण विभाग द्वारा आवंटित बहुद्देशीय सरकारी भवन का निर्माण करवा रहे थे। इस दौरान वहां कुछ लोग पहुंचे, जिनसे उनकी बहस हो गई। गजेंद्र पांडेय ने कहा कि यहां रंगदारी नहीं चलेगी। इसके बाद एक ने कमर से देसी कट्टा निकाला और नजदीक से गजेंद्र को गोली मार दी। इसके बाद सभी वहां से फरार हो गए।

ठेकेदार राजन का काम देखते थे गजेंद्र

ठेकेदार्र राजन पांडेय का काम-काज गजेंद्र पांडेय देखते थे। पुलिस ने जब घटनास्थल पर जांच की तो पाया कि रंगदारी मांगे जाने जैसी कोई बात नहीं हुई है। वहीं, ठेकेदार ने भी पुलिस के समक्ष मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है। ऐसे में पुलिस यह पता लगाने में भी जुट गई है कि आखिर गजेंद्र से किसी की दुश्मनी तो नहीं थी?

गोपालगंज कनेक्शन तो नहीं

सिटी एसपी ने हत्याकांड के बाबत गजेंद्र पांडेय का मोबाइल आदि जब्त कर लिया गया है। पुलिस को आशंका है कि यदि गजेंद्र की हत्या रंगदारी के लिए नहीं हुई तो यह काम जरूर किसी सुपारी किलर का है। जिसका तार गोपालगंज से भी जुड़ा हुआ हो सकता है।

जेल से छूटे अपराधियों पर नजर

इधर, पुलिस की एक टीम जेल से छूटे अपराधकर्मियों पर नजर रख रही है। पुलिस वैसे रिकॉर्ड का पता लगा रही है, जो हाल फिलहाल जमानत पर छूटे हैं।

ख् से भ् बजे तक थी एंटी क्राइम चेकिंग

एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने सोमवार को दोपहर दो बजे से लेकर पांच बजे तक एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चलवाया था। इसी दौरान अपराधियों ने दोपहर तीन बजे सुपरवाइजर को गोली मार दी। गोली मारने के बाद आराम से वे लोग पैदल निकल भी गए

क्वोट

पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पूछताछ में रंगदारी मांगने वगैरह की बात सामने नहीं आई है।

-भोला प्रसाद सिंह, डीएसपी, कोतवाली

Posted By: Inextlive