ट्रेनवार बुकिंग का ऐसा है हाल

65 परसेंट ही बर्थ/ सीट भर सकीं प्रयागराज एक्सप्रेस में

44.2 परसेंट सीटें ही बुक हुई शिवगंगा एक्सप्रेस में

62.53 परसेंट सीटें भरीं मुंबई जाने वाली महानगरी एक्सप्रेस

61.66 परसेंट सीटें ही बुक हुई कामायनी एक्सप्रेस में इस अवधि में

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80 जोड़ी से अधिक ट्रेनें रुकती थीं प्रयागराज जंक्शन पर लॉकडाउन से पहले 24 घंटे में वहीं

10-12 जोड़ी ट्रेनें ही इस समय जंक्शन पर रूक रही हैं

-अब ट्रेन आने पर ही दिखाई देती है थोड़ी-बहुत हलचल

-एक भी दिन 100 परसेंट फुल नहीं हुई प्रयागराज एक्सप्रेस

-ट्रेन न आने पर जंक्शन पर नहीं हो सकती है किसी की एंट्री

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: कोरोना वायरस संक्रमण ने दिल्ली-हावड़ा रूट के सबसे बिजी स्टेशनों में एक प्रयागराज जंक्शन की रौनक छीन ली है। जहां हर 10-15 मिनट में ट्रेन आती थी। हजारों की भीड़ दिखाई देती थी। वहां अब इस समय सन्नाटा रहता है। ट्रेन आने के एक-डेढ़ घंटे पहले ही पैसेंजर्स की हलचल दिखाई देती है। फिर एक लंबी खामोशी। बुधवार को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर प्रयागराज जंक्शन पर पहुंचा तो आलम कुछ ऐसा था।

स्पॉट: प्रयागराज जंक्शन

समय: दोपहर 2.30 बजे

-रिपोर्टर जंक्शन पर पहुंचा। इंक्वायरी पर बात की तो पता चला कि शाम छह बजे तक कोई ट्रेन नहीं है।

-रिपोर्टर ने स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से प्लेटफार्म पर जाने का प्रयास किया। लेकिन सिटी साइड से प्रयागराज जंक्शन पर जाने का रास्ता पूरी तरह बंद था।

-सिटी साइड में जिस गेट पर बैगेज स्कैनर रखने के बाद मेन इंट्री बनाया गया है, वहां का रास्ता बंद था।

-प्लेटफार्म तक जाने के लिए बनाई गई रेलिंग पर रस्सी बांधी गई थी, ताकि कोई अंदर जा न सके।

-रिपोर्टर ने रस्सी फांदकर जाने का प्रयास किया तो आरपीएफ जवानों ने रोक दिया।

-टिकट के बारे में पूछा। कहा, टिकट नहीं है तो अंदर नहीं आ सकते हैं। टिकट होने पर भी ट्रेन आने के टाइम पर ही एंट्री मिलेगी।

-रिपोर्टर ने आगे एफओबी से प्लेटफार्म पर जाने का प्लान किया। वहां भी आरपीएफ के जवान ने रोक दिया।

प्रयागराज एक्सप्रेस में भी सन्नाटा

प्रयागराज जंक्शन को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस एक जून से प्रयागराज स्पेशल के रूप में चलाई जा रही है। लेकिन एक जून से लेकर अब तक प्रयागराज एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन अभी तक एक भी दिन पूरी तरह से फुल नहीं रही है। 10 से 15 या फिर उससे अधिक प्रतिशत सीटें खाली ही रह जा रही हैं। प्रयागराज एक्सप्रेस की ही बात करें तो एक जून से 30 जून तक इस ट्रेन की सभी श्रेणियों में 65 फीसदी ही बर्थ/ सीट भर सकी। इस अवधि में 13 हजार से ज्यादा बर्थ खाली गई। प्रयागराज एक्सप्रेस पिछले 35 साल में जून माह में कभी भी खाली नहीं गई, लेकिन दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ रहे केस की वजह से इस ट्रेन की सभी श्रेणी में बर्थ नहीं भर पा रही है। कुछ ऐसा ही हाल अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों का भी है।

ट्रेन चले या न चले, प्रयागराज जंक्शन पर व्यवस्था पूरी तरह से टाइट है। बिना टिकट को कोई भी व्यक्ति प्लेटफार्म पर नहीं जा सकता है। वहीं ट्रेन आने के कुछ देर पहले ही एंट्री दी जा रही है। ट्रेनों में पैसेंजर्स की भीड़ अब धीरे-धीरे बढ़ रही है।

-सुनील कुमार गुप्ता

पीआरओ, प्रयागराज मंडल

Posted By: Inextlive