- मीटर न बदलने पर अदालत ने कुर्की करने का दिया था आदेश

- बिजली कर्मियों के विरोध से नहीं हो सकी कुर्की

GORAKHPUR : कंप्लेंट करने के बावजूद मीटर न बदलना बिजली विभाग को महंगा पड़ा। हालांकि कर्मचारियों के विरोध के चलते कुर्की का आदेश लेकर महानगर विद्युत वितरण निगम के फ‌र्स्ट डिविजन एक्सईएन और एसडीओ आफिस से खाली हाथ लौटना पड़ा। मामला ख्0क्क्-क्ख् का है। बिजनेसमैन प्रमोद टिबड़ेवाल की शॉप खोवा मंडी गली, गोलघर में है। अक्टूबर ख्0क्क् में प्रमोद की दुकान पर लगा बिजली मीटर खराब हो गया। उन्होंने एसडीओ गोलघर को फोन पर इसकी सूचना दी। एसडीओ ने प्रमोद को जेई सुनील कुमार से संपर्क करने को कहा। जब प्रमोद जेई से मिले तो उन्होंने मीटर के लिए क्ख्00 रुपए की मांग की। प्रमोद ने जब पूछा कि इसकी रसीद मिलेगी तो जेई ने रसीद देने से मना कर दिया।

कोर्ट ने दिया कुर्की का आदेश

मीटर न बदले जाने से खफा प्रमोद ने यूपीपीसीएल के कंप्लेंट नंबर पर कंप्लेंट की, तब जाकर मीटर बदला गया। अगले महीने दुकान का बिल भ्फ्ब्ख् रुपए आया। जब प्रमोद ने इसकी शिकायत की तो बिजली विभाग ने बिल सही करते हुए ब्9क्ख् रुपए का बिल दिया। इस पर प्रमोद ने आपत्ति करते हुए फिर से मीटर चेक करने की बात की। मीटर चेक करने के लिए ख्भ् मई ख्0क्ख् को भ्0 रुपए की रसीद भी काट दी गई। इसके बाद भी मीटर चेक नहीं किया गया। तीन कोशिशों के बाद भी जब मीटर न तो चेक हुआ, न बदला गया, तब भ् सितंबर ख्0क्ख् को प्रमोद टिबड़ेवाल ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी। कोर्ट ने दो साल बाद सुनवाई करते हुए जनवरी ख्0क्ब् में महानगर विद्युत वितरण निगम के डिविजन फ‌र्स्ट के एक्सईएन और एसडीओ आफिस की कुर्की का आदेश दिया। बिजली विभाग ने कोर्ट के सामने कहा कि हम कंज्यूमर की सभी मांगें नियमानुसार मान लेंगे। समझौते के बावजूद काम नहीं हुआ तो प्रमोद ने फिर कोर्ट में अपील की। क्0 माह बाद भी काम न होने पर एक बार कुर्की का आदेश लेकर वेंस्डे को कोर्ट का अमीन बिजली विभाग पहुंचा। आदेश को लेकर लेखाकार (राजस्व) के कमरे में फ् घंटे तक ड्रामा चलता रहा। पहले लेखाकार ने लिस्ट बनाने के लिए कहा, जब अमीन ने कोर्ट के आदेश के अनुसार लिस्ट बना ली तो लेखाकार की ओर से बड़े साहब के आदेश का बहाना बनाया गया।

क्0 मिनट में कट गई बिजली

कुर्की का आदेश एक्सईएन आफिस पहुंचने के क्0 मिनट के अंदर वादी प्रमोद टिबड़ेवाल की बिजली कट गई। प्रमोद टिबड़ेवाल ने आरोप लगाया कि कोर्ट के अमीन द्वारा जैसे ही एक्सईएन एके सिंह को कोर्ट का आदेश दिखाया गया। एके सिंह ने अपने कर्मचारियों को फोन करके तत्काल मेरी दुकान की बिजली काटने का आदेश दे दिया। वहीं दूसरी ओर क् बजे से लेकर शाम फ्.फ्0 बजे तक कुर्की करने के लिए बैठे अमीन चंद्रसेन सिंह जैसे ही बिजली विभाग आफिस से कोर्ट के निकले, शास्त्री चौक आफिस में हड़कंप मच गया। जिस ऑफिस में शाम म् बजे तक कर्मचारी काम करते रहते थे, वह ऑफिस शाम ब् बजे ही खाली हो गया।

Posted By: Inextlive