-बुकिंग के कई दिनों बाद भी घरों तक नहीं पहुंच पा रहा गैस सिलेंडर

-बढ़ी पकवान बनाने की टेंशन, सिलेंडर के लिए एजेंसी के गोदाम में हर रोज हो रही नोकझोंक

होली पर आने वाले मेहमानों के लिए आपने घर में पकवान बनाने की तैयारी की हैं तो जरा गैस सिलेंडर भी चेक कर लें। कहीं ऐसा न हो कि पकवान बनाते समय सिलेंडर में गैस खत्म हो जाए और आपके अरमानों पर पानी फेर दे। ऐसा इसलिए कि शहर में रसोई गैस की किल्लत फिलहाल बढ़ गयी है। ऐसे में हजारों उपभोक्ताओं को गैस की मारामारी के बीच ही होली गुजारनी पड़ेगी। गैस की किल्लत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि बुकिंग के दूसरे दिन होने वाली डिलेवरी पांच से 10 दिन में हो रही है। स्टॉक न होने से कई जगह तो उपभोक्ताओं की बुकिंग भी कैंसिल कर दी जा रही है।

टेंशन में उपभोक्ता

होली से ठीक पहले गैस सिलेंडर की किल्लत से लोग टेंशन में आ गए है। एक सप्ताह पहले गैस की बुकिंग कराए लोगों के घर अभी तक सिलेंडर नहीं पहुंचा है। जिनके पास पहले से एक्स्ट्रा सिलेंडर है, उनका काम तो चल जाएगा, जिनके पास नहीं है वे लोग अब एजेंसी के गोदाम से जाकर सिलेंडर लेने की जुगत में लगे है। लोग भोर से ही गैस गोदामों के बाहर जाकर लाइन में खड़े हो रहे है।

चल रही टेस्टिंग

-कई कस्टमर्स की बुकिंग कैंसिल कर दी जा रही है।

-बुकिंग कैंसिल होने की जानकारी एसएमएस के जरिये भेजी जा रही है।

-उपभोक्ता को इसका पता तब चल रहा है जब वे सिलेंडर लेने एजेंसी पहुंच रहे हैं।

-गैस एजेंसियां ऐसा बैकलॉग को कम दिखाने के लिए कर रहीं हैं।

-गैस एजेंसी संचालकों का कहना है कि इन दिनों बॉटलिंग प्लांट में सिलेंडरों की टेस्टिंग चल रही है।

-इससे एजेंसी के गोदाम में पर्याप्त मात्रा में घरेलू गैस सिलेंडर नहीं आ पा रहे है।

-होली का सीजन होने से डिमांड भी ज्यादा बढ़ गई है।

ब्लैक हो रहा सिलेंडर

घरेलू गैस की किल्लत की एक वजह इसकी कालाबाजारी भी है। एजेंसियों के पास भले ही उपभोक्ताओं को देने के लिए गैस न हो, लेकिन गैस की होम डिलेवरी करने वालों के लिए इसे ब्लैक में बेचने के लिए पर्याप्त मात्रा में गैस उपलब्ध है। उपभोक्ताओं का कहना हैं कि उनके अब उनके पास दो ही विकल्प या तो वे गोदाम से जाकर सिलेंडर ले या फिर ब्लैक में खरीदें।

-----पब्लिक वर्जन

-हम पिछले चार दिन से गैस के लिए एजेंसी के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन हमें सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है। होली में पकवान कैसे बनेंगे सोचना पड़ रहा है।

राघवेन्द्र केशरी-पांडेयपुर

एक सप्ताह पहले बुकिंग कराई थी, मगर अभी तक सिलेंडर की डिलेवरी नहीं हुई है। कल होली है, अगर आज सिलेंडर न मिला तो त्योहार फीका हो जाएगा।

इंद्रजीत प्रसाद-कैंटोमेंट

पांच दिनों से एजेंसी का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है। लगता है मजबूरी में हमें ब्लैक में ही गैस सिलेंडर खरीदना पड़ेगा।

सोमप्रकाश चौधरी-महमूरगंज

रसोई गैस के एजेंसी वाले कहते हैं कि बॉटलिंग प्लांट से ही गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं। फेस्टिवल के समय अक्सर सिलेंडर की मारामारी हो जाती है। जबकि ब्लैक में आसानी से मिल जाता है।

श्याम सुंदर तिवारी-चितईपुर

वर्जन--------

प्लांट से पर्याप्त सिलेंडर नहीं मिलने से उपभोक्ता ही नहीं एजेंसी मालिकों-कर्मचारियों की भी मुश्किलें बढ़ गईं हैं। रोजाना किसी न किसी एजेंसी पर कहासुनी झगड़े की घटना हो जा रही। मार्च में यह परेशानी आती है। कुछ दिन में सब ठीक हो जाने की उम्मीद है।

मनीष चौबे, प्रवक्ता-वाराणसी एलपीजी डीलर्स एसोसिएशन

Posted By: Inextlive