- सूर्यास्त से सूर्योदय के बीच नक्सली वारदात को लेकर रचानीति

- नक्सली इलाकों में राचिा सेवा यातायात पर सुरक्षाबलों का जोर

- सीआरपीएफ संग पुलिस जंगल से सड़क तक रखेगी चौकसी

प्रदेश के लिए नासूर बन चुके नक्सलियों के खिलाफ सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस ने शनिवार से रातोदिन अभियान शुरू कर दिया है। इसके तहत नक्सल प्रभावित इलाकों के जंगलों से लेकर सड़कों और अति संवेदनशील इलाकों में सीआरपीएफ के साथ झारखंड पुलिस के जवान चौकसी रखेंगे। राज्य बनने के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है। पहले सूर्यास्त के बाद अचिायान में लगे जवान जहां पर होते चो वहीं पर ठहर जाते थे। फिर सुबह होते ही अभियान शुरू कर देते थे। लेकिन अब अनवरत अभियान जारी रहेगा। इसके पीछे सुरक्षाबलों का पहला मकसद सूर्यास्त और सूर्योदय के बीच होने वाले नक्सली वारदात पर लगाम लगाना है। क्योंकि अंचोरे का फायदा उठा माओवादी अधिकांश वारदात को अंजाम देते हैं। वे कहीं क्रशर और वाहन को आग के हवाले कर देते हैं या लोगों के घर में घुसकर उनकी हत्या कर देते हैं। सुरक्षाबलों का दूसरा मकसद रात के समय नक्सल प्रभावित इलाकों में सुगम यातायात व्यवस्था बहाल कराना भी है। ताकि उक्त क्षेत्र के लोगों को कहीं आने-जाने और इलाज में परेशानी का सामना न करना पड़े।

रातोदिन अभियान का तीसरा मकसद लोगों के मन से नक्सलियों के खौफ को कम करना है। जब भी नक्सली कहीं पहुंचें तो वहां सुरक्षाबल मौजूद हों या सूचना पर तचकाल कोई कार्रवाई करे। जिसे लोगों को लगे कि पुलिस उनके साथ है।

अभियान का चौथा मकसद नक्सलियों या उग्रवादी दस्ते को किसी भी स्थान पर टिक के नहीं रहने देना है। इससे वे आमलोगों को कम परेशान कर पाएंगे। वहीं अभियान के दौरान आमना-सामना होने पर सुरक्षाबल उग्रवादियों और माओवादियों की घेराबंदी कर सकेंगे और उनका खात्मा या गिरफ्तारी करने में सफलता मिलेगी।

Posted By: Inextlive