- कंकड़बाग, पत्रकार नगर, गायत्री मंदिर एरिया और राजेंद्र नगर एरिया के सप्लाई वाटर मानक से काफी दूर

- पानी का रंग और मैलापन दोनों की मात्रा बदली हुई, पीएच स्केल नॉर्मल से ऊपर सप्लाई सिस्टम

PATNA : शहर की क्ख्भ्0 किमी की सप्लाई सिस्टम के रास्ते हर घर तक शुद्ध पानी पहुंचाने का दावा करने वाला वाटर बोर्ड को पता नहीं है कि वो पानी के रास्ते सिर्फ जहर घरों तक भेज रहा है। कंकड़बाग, पत्रकार नगर, राजेंद्र नगर एरिया तक पहुंचने वाला सप्लाई सिस्टम का पानी अब पीने के लायक तक नहीं है। एक्सपर्ट बताते हैं कि पीएच स्केल की मात्रा नॉर्मल से काफी अधिक है। कंकड़बाग, पत्रकार नगर व राजेंद्र नगर के पानी को टेस्ट ट्यूब में डालकर जब एक्सपर्ट ने जांच की तो कई चौंकाने वाले तत्व सामने आए। इसका पीएच स्केल सात से काफी अधिक यानि की नौ तक पहुंच गया था। इसमें अल्कलाइनिक की मात्रा पाई गयी है, पीने के लायक नहीं है। एक्सपर्ट डॉ प्रीतम प्रकाश बताते हैं कि इस पानी का कलर और टरबीलेटर दोनों बदला हुआ है।

उबाल कर भी शुद्ध करना मुश्किल

एक्सपर्ट ने बताया कि पानी के पीएच स्केल की मात्रा इतनी खराब है कि इसे उबाल कर पीने से भी बहुत शुद्धता नहीं मिलने वाली है। सप्लाई वाटर को अगर कोई यूज करता है तो उसे जांडिस, टायफाइड, गैस्ट्रो इंट्रोलॉजिस्ट जैसी बीमारियों का चांस बढ़ सकता है। यही नहीं जिस फैमिली की डिपेंडेंसी सप्लाई सिस्टम पर है उन्हें चाहिए कि वो पानी को पहले स्टोर करके कुछेक घंटे तक उसमें फिटकरी रखकर छोड़ दें। इससे पानी में घुला मोटा कण अंदर बैठ जाएगा। फिर उसे उबाल कर, ठंडा कर, छानने के बाद ही यूज करना चाहिए।

कंकड़बाग, पत्रकार नगर, राजेंद्र नगर एरिया के सप्लाई वाटर सिस्टम की हालत बदतर है। लैब में इसकी हालत को देखने के बाद लगता है कि अगर एक दिन भी इसका यूज किया जाए तो जानलेवा हो सकता है। इसी का नतीजा है कि हर सीजन में इस एरिया में हर एज ग्रुप के लोगों को जांडिस, टाइफायड सहित पेट संबंधित बीमारियां होती करती हैं, जबकि इस एरिया में सबसे अधिक डॉक्टर रहते हैं। इसको कंट्रोल करने के लिए हर किसी को आगे आने की जरूरत है।

- डॉ। प्रीतम प्रकाश, एक्सपर्ट

Posted By: Inextlive