कोरोना वायरस महामारी के चलते 2020 की होने वाली अमरनाथ यात्रा पर भविष्य में स्थिति को देखते हुए फैसला लिया जाएगा। यह जानकारी श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा दी गई है। पहले कल इसे रद करने की भी खबरें आई थीं।

जम्मू (आईएएनएस)। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए अभी अमरनाथ यात्रा को लेकर अभी कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया जा रहा है। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) पूरी तरह असमंजस की स्थिति में हैं। इस संबंध में जम्मू-कश्मीर के गर्वनर व अमरनाथ श्राइन बोर्ड के प्रेसिडेंट गिरीश चंद्र मुरमू ने कल बुधवार को 38वीं बोर्ड मीटिंग बुलाई। इसके दाैरान बोर्ड ने इस पर आशंका व्यक्त की और कहा कि इस वर्ष वार्षिक अमरनाथ यात्रा का आयोजन संभव नहीं है। कोविड-2019 महामारी की गंभीरता को देखते हुए, इस मामले पर उचित निर्णय भविष्य में स्थिति की समीक्षा के बाद लिया जा सकता है। वहीं बुधवार को पहले अमरनाथ यात्रा को रद करने की खबरें आई। हालांकि थोड़ी देर बाद ही जम्मू कश्मीर सूचना निदेशालय ने अमरनाथ यात्रा 2020 को रद करने के फैसले वाले वाले प्रेसनोट को वापस ले लिया था।

The decision on organizing Amarnath Yatra 2020 to be taken on reviewing the COVID19 situation in coming future: PRO, Raj Bhawan, Jammu and Kashmir https://t.co/57QOz72TSU

— ANI (@ANI) April 22, 2020हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते

श्री अमरनाथ यात्रा में हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैंं। इस दाैरान अमरनाथजी श्राइन बोर्ड व प्रशासन की तरफ से यात्रियों के लिए पेयजल, शौचालय, यात्रा मार्ग, मौसम की स्थिति, रजिस्ट्रेशन काउंटर, मेडिकल चेकअप काउंटर आदि के इंतजाम किए जाते हैं।यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का मानना है कि समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बर्फ की विशाल संरचना है। यह भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों की प्रतीक है। यह यात्रा करीब 45 दिन तक चलती है।

Posted By: Shweta Mishra