- बरेली कॉलेज में लगी प्रदर्शनी में अंतिम दिन भी नहीं पहुंचे प्राचार्य

- कार्रवाई की चेतावनी पर भड़कीं डॉ। मंजू सिंह, अपने पति का किया बचाव

बरेली : ललित कला विभाग में लगी कला प्रदर्शनी के बहाने ही सही बरेली कॉलेज में चल रही शिक्षकों-प्राचार्य एवं प्रबंधन के बीच गुटबंदी खुलकर सामने आ गई। ललित कला विभागाध्यक्ष ने एक बार फिर प्रबंधन को चुनौती देते हुए दो टूक कह दिया कि अतिथि निर्धारण में मैंने जो निर्णय लिया वही ठीक है। इसे लेकर दो दिन पहले प्रबंध समिति सचिव भी उन पर कार्रवाई की चेतावनी दे चुके हैं। इससे साफ हो गया है कि कुछ शिक्षकों के डॉ। अनुराग को प्राचार्य मानने से इनकार कर देने के बाद अन्य शिक्षक भी इसी परिपाटी पर चल निकले हैं।

कार्रवाई की चेतावनी से भड़की

ललित कला विभाग में मंडे को प्रदर्शनी के अंतिम दिन प्राचार्य और डॉ। मंजू सिंह दोनो कॉलेज में दोपहर तक मौजूद थे, लेकिन न तो प्राचार्य प्रदर्शनी पहुंचे और न ही डॉ। मंजू ने उन्हें बुलाया। वहीं, प्रबंधन समिति के सचिव देवमूर्ति के कार्रवाई की चेतावनी के सवाल पर वह भड़क उठीं। अपने पति और राज्य कला अकादमी के अध्यक्ष प्रो। राजेंद्र सिंह पुण्ढीर का बचाव करते हुए कहा कि सचिव देवमूर्ति मेरे खिलाफ क्या कार्यक्रम कराने पर कार्रवाई करेंगे। आयोजन में डॉ। अनुराग मोहन ने नहीं आकर शासन के फरमान का उल्लंघन किया है। डॉ। राजेंद्र पुण्ढीर दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री हैं। अगर डॉ। अनुराग खुद को प्राचार्य मानते हैं तो उन्हें दर्जा राज्य मंत्री को रिसीव करने के लिए आना चाहिए था। भले ही वह प्रदर्शनी में नहीं आते लेकिन विभाग से बाहर से ही मुलाकात करने आ सकते थे।

दो दिन की ही थी प्रदर्शनी

डॉ। मंजू सिंह ने कहा कि प्रदर्शनी दो दिन की ही थी। सैटरडे को प्रदर्शनी का उद्घाटन और मंडे को आखिरी दिन था। एक दिन संडे होने के चलते प्रदर्शनी नहीं लगाई गई।

इस तरह शुरू हुआ विवाद

ललित कला विभाग में कला-आचार्य प्रदर्शनी में प्राचार्य डॉ। अनुराग मोहन ने डीआइजी को मुख्य अतिथि बनाया था। इसमें विभागाध्यक्ष डॉ। मंजू सिंह ने फेरबदल करते हुए अपने पति को मुख्य अतिथि बना दिया। जबकि निमंत्रण पत्र से प्राचार्य का नाम हटाते हुए डीआइजी को विशिष्ठ अतिथि दिखाया।

Posted By: Inextlive