अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अचानक अफगानिस्तान पहुंच गए। वहां उन्होंने अपने समकक्ष अशरफ गनी के साथ एक बैठक की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि तालिबान के साथ फिर से शांति वार्ता शुरू हो गई है।


बगराम, अफगानिस्तान (एएनआई)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुरुवार शाम को अचानक अफगानिस्तान पहुंच गए और यहां तैनात अमेरिकी सैनिकों से मुलाकात की व अपने अफगानी समकक्ष अशरफ गनी के साथ द्विपक्षीय बैठक करने से पहले सभी जवानों को धन्यवाद दिया। बता दें कि अफगानिस्तान में ट्रंप का यह पहला दौरा था। गनी के साथ बैठक के दौरान, ट्रंप ने कहा कि उन्होंने तालिबान के साथ फिर से शांति वार्ता शुरू कर दी है। गौरतलब है कि तीन महीने पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने समूह के साथ बातचीत को रोक दिया था। ट्रंप ने कहा, 'तालिबान एक सौदा करना चाहता है और हम उनके साथ बैठकें कर रहे हैं।'ट्रंप अफगानिस्तान में कम करेंगे अमेरिकी सैनिकों की संख्या


ट्रंप ने कहा कि वह अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या को कम करने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल अफगानिस्तान में 12000-13000 सैनिक तैनात हैं, उनकी संख्या कुछ दिन बाद 8600 कर दी जाएगी। ट्रंप ने कहा, 'हम अफगानिस्तान से फिलहाल नहीं हटेंगे, हम यहां तब तक रहेंगे जब तक हमारी जीत नहीं हो जाती या तालिबान के साथ कोई सौदा नहीं हो जाता। वे असल में हमसे सौदा करना चाहते हैं।' बता दें कि ट्रंप गुरुवार शाम 8.30 बजे अपने जेट से अफगानिस्तान पहुंचे, वह फ्लोरिडा से यहां आए थे। उन्होंने बगराम एयरबेस पर तैनात अमेरिकी सैनिकों को मैश किए हुए आलू खिलाने की परंपरा को आगे बढ़ाया और उनके साथ फिर घुलमिल गए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सैनिकों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं और वॉशिंगटन की सैन्य उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए एक विमान हैंगर में कई सौ अमेरिकी सैनिकों के सामने मीडिया से बात की।अमेरिकी अदालत ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगाया 14 करोड़ रुपये का जुर्मानायुद्ध विराम के लिए तैयार है तालिबान

ट्रंप ने कहा कि तालिबान संघर्ष विराम के लिए सहमत होने के लिए अब तैयार है, इसको लेकर वह अफगान सरकार पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले की बातचीत के दौरान एक प्रमुख मुद्दा था। उन्होंने कहा, 'तालिबान पहले युद्ध विराम के लिए तैयार नहीं था लेकिन अब वह हो गया है। मुझे विश्वास है कि यह शायद ठीक तरह से काम करेगा।' बता दें कि ट्रंप की यह टिप्पणी तब आई है, जब अफगान सरकार द्वारा तीन तालिबानी कैदियों की रिहाई के बदले तालिबान ने एक अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियाई प्रोफेसर को रिहा करने का फैसला लिया है। तालिबान ने इस सप्ताह के शुरू में 10 अफगान सैनिकों को भी रिहा कर दिया था।

Posted By: Mukul Kumar