- मेडिकल कॉलेज में आयोजित हुआ नेशनल हैडेक अपडेट सेमिनार

KANPUR: हार्ट की दवाएं ज्यादा खाने से भी सिरदर्द होता है। इसके अलावा नजर कमजोर होने से सिरदर्द होना सिर्फ भ्रांति हैं। शनिवार को जीएसवीएम में आयोजित नेशनल हैडेक अपडेट सेमिनार में यह बातें एक्सपर्ट्स ने कहीं। सेमिनार में आए कई प्रतिष्ठित न्यूरोलॉजिस्ट्स ने सिरदर्द के कारणों व उसके निदान को लेकर चर्चा की।

कुलपति ने किया उदघाटन

सेमिनार का उदघाटन दीप जलाकर सीएसजेएमयू के कुलपति डॉ। जेवी वैश्यमपायन ने किया। इस दौरान केजीएमयू की वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ। देविका नाग व डॉ। राकेश शुक्ला भी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। इस दौरान प्रिंसिपल डॉ। नवनीत कुमार ने कुलपति को सम्मानित भी किया।

इतने प्रकार के सिरदर्द

- कलस्टर हैडेक - सिरदर्द के साथ पसीना आना, आंखों में लाली, सूजन, नाक बंद होना, आंसू आना, सायनस का भ्रम पैदा होना

- प्राइमरी हैडेक- खाली पेट गैस बनने से होने वाला सिरदर्द, हार्ट की दवाओं से होने वाला सिरदर्द

- सेकेंडरी हैडेक - बीपी ज्यादा होने से सिरदर्द,माइग्रेन,

- टेंश्ान हैडेक - मुख्यत युवाओं में तनाव की वजह से

36 फीसदी युवा टेंशन हैडेक से ग्रस्त

सेमिनार में केजीएमयू से आए न्यूरोलॉजिस्ट डॉ। राकेश शुक्ला ने बताया कि मौजूदा माहौल में युवाओं में सिरदर्द की शिकायत काफी बढ़ी है। उन्होंने लखनऊ और बेंगलुरू के 18 से 35 साल के युवाओं के बीच एक सर्वे कराया जिसमें 36 फीसदी युवा टेंशन टाइप हैडेक से ग्रस्त पाए गए। उन्होंने बताया कि सिरदर्द के 26 फीसदी मामलों में वजह माइग्रेन होता है। वहीं मेदंाता मेडिसिटी गुड़गांव से आए डॉ। सुमित सिंह ने बताया कि अगर सिर के एक हिस्से में लगातार दर्द हो तो जांच जरूर करानी चाहिए। सिरदर्द के 5 से 10 फीसदी मामले जानलेवा भी होते हैं।

अनावश्यक रेडिएश्ान से बचें

सेमिनार में केजीएमयू से आए डॉ। हरदीप सिंह ने सिरदर्द के बारे में बताते हुए कहा कि यह दो प्रकार के होते हैं लांग डयूरेशन और शार्ट डयूरेशन हैडेक। शार्ट डयूरेशन हैडेक ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे तक होता है। उन्होंने बताया कि कई बार ठंडी हवा लगने, खाली पेट गैस बनने से भी सिरदर्द होने का आभास होता है लेकिन आंख की नजर कमजोर होने से सिरदर्द नहीं होता। उन्होंने बताया कि बीपी बढ़ने पर होने वाले सिरदर्द को सावधानी से लेना चाहिए व अनावश्यक सीटी स्कैन व एमआरआई कराने से बचना चाहिए। क्योंकि इसकी रेडीऐशन काफी नुकसानदायक होती है।

Posted By: Inextlive