आगरा। ताजमहल की वजह से इंटरनेशल लेवल पर अपनी खास पहचान रखने वाली ताज सिटी के विभिन्न क्षेत्रों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर लापरवाही ही थमने का नाम नहीं ले रही है। कूड़ा-कचरा जगह-जगह फैला पड़ा रहता है जबकि नगर निगम की ओर से मंगवाकर रखे गए कूड़ेदानों का यूज ही नहीं किया जा रहा है। यह हालत तो तब है जबकि आगरा में पूरे विश्व से टूरिस्ट घूमने के लिए आता है। गंदगी की तस्वीरों को अपने साथ ले जाता है। जिससे दुनियाभर में इंडिया की बदनामी होती है।

रखे हुए हैं दर्जनों

आगरा सिटी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर नगर निगम कितना सीरियस है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक तरफ गंदगी ही गंदगी के नजारे देखने को मिल रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने लगभग पांच दर्जन कूड़ेदान मंगवाकर रखे हुए हैं। लेकिन कई माह से इनका कोई भी यूज नहीं हो पा रहा है।

रखे जाए तो बदले सूरत

नगर निगम की ओर से अगर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को प्रॉपर तरीके से अमल में लाया जाए तो आगरा सिटी की सूरत बदलने में टाइम नहीं लगेगा। लेकिन ऐसा किया नहीं जा रहा है। जिन स्थानों पर कचरा फैला पड़ा है कायदे से वहां कूड़ेदान रखे जाने चाहिए। जिससे सड़कों पर कचरा फैलने के बजाय कूड़ेदान में डले और वहां से टाइमली हटाकर उसे साफ कर दिया जाए।

डांट पड़ चुकी है कोर्ट से

सोशल एक्टिविस्ट श्रवण कुमार के अनुसार आगरा में जगह-जगह गंदगी फैले पड़े होने की वजह से आगरा प्रशासन को हाईकोर्ट की फटकार भी खानी पड़ी थी। लेकिन उसके बाद भी प्रशासन की ओर से व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर कोई सीरियस कदम नहीं उठाया जा रहा है। पर्यावरणविद् बृज खंडेलवाल का कहना है कि शहर में हर तरफ बिखरे पड़े कचरे की वजह से दुनिया में इंडिया का नाम तो खराब होता ही है साथ ही आगरा का पर्यावरण भी इससे खासा प्रभावित हो रहा है।

पर्यावरणविद्, बृज खंडेलवाल ने कहा कि इंटरनेशनल फेम के इस शहर की सॉलिड मैनेजमेंट व्यवस्था भगवान भरोसे है। यहां हर तरफ कचरा फैला दिखाई देता है। इससे पर्यावरण भी प्रभावित होता है। इस शहर की पूरी दुनिया में बदनामी होती है।

उप नगरायुक्त अनिल कुमार के मुताबिक कूड़ेदान मंगवाकर रखे गए हैं। इनको कचरे डालने के लिए लगाया जाना है। जल्द ही सिटी के अलग-अलग हिस्सों में इनका यूज किया जाएगा।

Posted By: Inextlive