मलेशिया के बोर्नो द्वीप के सबाह प्रांत में शुक्रवार सुबह 6.0 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे दक्षिण-पूर्व एशिया के सबसे ऊंचे पर्वत किनाबालू पर 100 से ज्यादा पर्वतारोही फंसे गए हैं। पर्वतारोही भारत सहित 16 देशों के हैं। पांच पर्वतारोहियों के मौत की भी खबर आ रही है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। डंकिज ईयर को भी हुआ नुकसान।


मलेशिया के माउंट किनाबलु में शुक्रवार सुबह रिक्टार स्केल पर 6 की तीव्रता के भूकंप में जहां कुछ पर्वतारोहियों के घायल होने की खबर है वहीं यहां के आइकॉनिक 'डंकिज ईयर' को नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि गधे के कानों की तरह नजर आने वाले इन दो पहाड़ों में से एक का शीर्ष क्षतिग्रस्त हो कर गिर गया है। स्थानीय अखबारों के अनुसार भूकंप की वजह से सड़कों में दरारें आ गई है। सबाह राज्य के प्रांतीय पर्यटन, संस्कृति एवं पर्यावरण मंत्री मसिदी मनजुन ने ट्विटर पर इस बात की पुष्टि करते हुए लिखा की आइकॉनिक डंकिज ईयर का एक हिस्साम भूकंप में घ्वस्त हो गया है।


सबाह के दमकल एवं बचाव विभाग के अधिकारी ने बताया कि 137 पर्वतारोही फंसे हुए हैं, जबकि 52 सकुशल नीचे आने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने बताया कि भूस्खलन के कारण चोटी तक पहुंचने का रास्ता बंद हो गया है। फंसे हुए लोग मदद का इंतजार कर रहे हैं। खराब मौसम के कारण राहत और बचाव के काम में परेशानी हो रही है।  मनजुन ने ट्विटर पर बताया है, ‘माउंट किनाबालू पर फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का काम चल रहा है। यह पता नहीं चल पाया है कि घायलों की स्थिति क्या है। फिलहाल चढ़ाई रोक दी गई है।’

नेपाल में भी फिर दो झटके नेपाल में शुक्रवार को एक बार फिर भूकंप के दो हल्के झटके महसूस किए गए। राजधानी काठमांडू और तिब्बत की सीमा के पास स्थित सिंधुपालचौक जिले में इसका केंद्र था। नेपाल में 25 अप्रैल को आए विनाशकारी भूकंप में करीब नौ हजार लोगों की मौत हो गई थी और 21 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे। उसके बाद चार से अधिक तीव्रता के 300 से ज्यादा झटके महसूस किए जा चुके हैं।

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Posted By: Molly Seth